Jammu: लंगर में दूषित खाना खाने से 50 लोग पड़े बीमार, रियासी अस्पताल में पहुंचे

सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधन ने अपनी एम्बुलेंस भेज करीब 21 लोगों को अस्पताल लाया। इनमें छह बच्चे भी शामिल थे। अस्पताल पहुंचते ही बीमारों का इलाज शुरू कर दिया।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 14 Feb 2020 06:29 PM (IST) Updated:Fri, 14 Feb 2020 06:29 PM (IST)
Jammu: लंगर में दूषित खाना खाने से 50 लोग पड़े बीमार, रियासी अस्पताल में पहुंचे
Jammu: लंगर में दूषित खाना खाने से 50 लोग पड़े बीमार, रियासी अस्पताल में पहुंचे

रियासी, जेएनएन। जम्मू संभाग के रियासी जिले की ठाकरा कोट तहसील की बंधार पंचायत के खैरल कोट गांव में धार्मिक आयोजन में दूषित खाना-खाने के बाद करीब 50 ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ गई। इनमें 30 मरीजों को जिला अस्पताल रियासी में भर्ती कराया गया है। जबकि 20 मरीजों का गांव में ही डॉक्टरों की देखरेख में उपचार चल रहा है। इसके अलावा कुछ और लोग भी बीमार हुए हैं जो अस्पताल नहीं पहुंच पाए हैं। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने रियासी, कटड़ा, पौनी और अरनास पीएचई से एंबुलेंस तथा डॉक्टरों की टीमों को खैरल कोट गांव भेज दिया है। मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीमें घर-घर जाकर बीमार लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही हैं।

जानकारी के अनुसार बंधार पंचायत के खैरल कोट गांव में बुधवार को स्थानीय निवासी एक व्यक्ति ने अपने घर मे यज्ञ भंडारे का आयोजन किया था। इसमें बिरादरी के अलावा अन्य ग्रामीण भी आमंत्रित थे। उन्होंने भंडारे मे चावल, दाल, खीर आदि खाई थी। खाने के कुछ समय बाद ही कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। कई लोगों को उल्टी दस्त तो कई लोगों का सिर चकराने के साथ ही मन खराब होने लगा। इनमें से कुछ लोग उपचार के लिए स्थानीय प्राइमरी हेल्थ सेंटर पहुंचे। कुछ मरीज घरेलू नुक्से अजमाने लगे। लेकिन अधिकतर मरीज तबीयत खुद ही ठीक होने की उम्मीद में घरों में ही पड़े रहे। इससे उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। भंडारे का दूषित खाना खाने के तीसरे दिन शुक्रवार को मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ तो स्थानीय सरपंच ने इसकी जानकारी जिला प्रशासन रियासी और चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. पीएस ठाकुर को दी। उसके बाद रियासी से डॉक्टरों की दो टीमें दो एंबुलेंस लेकर मौके की तरफ रवाना हो गई।

इसी बीच कटड़ा, पौनी व अरनास से भी एंबुलेंस के साथ मेडिकल की एक-एक टीम मौके पर पहुंच गई। टीमों में शामिल डॉक्टराें ने स्थानीय प्राइमरी हेल्थ सेंटर के अलावा गांव में जगह-जगह कैंप लगाकर मरीजों का उपचार शुरू कर दिया। इस दौरान 50 मरीज सामने आए, इनमें 30 मरीजों को जिला अस्पताल रियासी रेफर कर दिया गया। जबकि 20 मरीजों का उपचार डॉक्टरों की देखरेख में गांव में ही चल रहा है। लोगों का कहना है कि अगर एक-दो दिन बाद डॉक्टरों की टीम गांव में पहुंचती तो परिणाम गंभीर हो सकते थे।  गांव में दूर-दूर घर हैं। जहां चिकित्सकों की टीमे पैदल सफर कर मरीजों का पता लगाने में जुटी हैं। फिलहाल 50 मरीज सामने आए हैं। इनमें 20 मरीजों का गांव में जबकि 30 का जिला अस्पताल रियासी रेफर कर दिया गया है। सभी मरीजों की हालत स्थिर है। - डॉ. कंबल , बीएमओ, पौनी चिकित्सकों की टीमें जरूरी दवाइयों के साथ मौके पर भेजी गई हैं। कटड़ा से एक फिजिशियन स्पेशलिस्ट भी मौके पर मौजूद हैं। रियासी से चिकित्सकों की एक और टीम शनिवार सुबह प्रभावित गांव में पहुंच जाएगी। किस दूषित खाना से लोग बीमार पड़े। इसकी जांच के लिए शनिवार को फूड सेफ्टी की विशेष टीम भी मौके पर जाएगी। - डॉ. पीएस ठाकुर, चीफ मेडिकल ऑफिसर, जिला अस्पताल रियासी

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