Militancy in Kashmir : सात दिन में सात आतंकी मार गिराए गए, एक को जिंदा पकड़ा गया

मंगलवार को उड़ी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर में शांति रास नहीं आ रहा है। वह लगातार घुसपैठ करवा कर अशांति फैलाना चाहता है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:13 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:13 PM (IST)
Militancy in Kashmir : सात दिन में सात आतंकी मार गिराए गए, एक को जिंदा पकड़ा गया
भारतीय सेना ने घुसपैठ के प्रयास को विफल करने का अभियान 18 सितंबर की रात को शुरू किया।

जम्मू, जेएनएन : कश्मीर में पिछले सात दिनों में सुरक्षा बलों ने सात आतंकियों को मार गिराया और एक को गिरफ्तार किया। मारे गए आतंकियों में पांच एलओसी पर ढेर किए गए। यहां दो आपरेशनों में सात एके सीरीज राइफल, नौ पिस्टल, रिवॉल्वर, 80 ग्रेनेड के साथ भारतीय और पाकिस्तान की मुद्रा बरामद हुई। मंगलवार को उड़ी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर में शांति रास नहीं आ रहा है। वह लगातार घुसपैठ करवा कर अशांति फैलाना चाहता है।

वीरेंद्र वत्स ने कहा कि सेना हमेशा नैतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करती है। कभी किसी निहत्थे आतंकियों पर प्रहार नहीं करती। एक 19 वर्षीय आतंकवादी को सेना ने नियम-कायदे और नैतिकता को ध्यान में रखकर ही पकड़ा। उन्होंने कहा कि एलओसी के उस पास आतंकवादी लांचिंग पैड पर बहुत अधिक हलचल देखी जा रही थी। कश्मीर में अशांति पैदा करने की साजिश पाकिस्तान की ओर से रची जा रही है। भारतीय सेना ने घुसपैठ के प्रयास को विफल करने का अभियान 18 सितंबर की रात को शुरू किया। छह लाेगों के घुसपैठ की सूचना मिली। जब मुठभेड़ शुरू हुई तो दो घुसपैठिए बाड़ के इस पार आ गए थे, जबकि चार अंधेरे का लाभ लेते हुए पाकिस्तान की तरफ लौट गए थे।

घुसपैठ कर इस पास आए आतंकियों की तलाश में 18 सितंबर की रात को ही अतिरिक्त बल जुटाए गए। क्षेत्र में बहुत अधिक आबादी हाेने के कारण सावधानी बरती गई कि जानमाल का नुकसान न हो। सख्त घेरे से आतंकी बाहर निकलने की कोशिश की। 25 सितंबर की शाम को आतंकी एक नाले में छिपे हुए थे। इसके बाद मुठभेड़ हुई और 26 सितंबर की सुबह एक को मार गिराया गया। जबिक उसके साथी ने जान बख्शने की गुहार लगाई। उसने हथियार डाल दिया तो सेना ने उसकी जान बख्शते हुए पकड़ लिया। उसने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए। उसने अपनी पहचान पंजाब पाकिस्तान निवासी दिवंगत मोहम्मद लतीफ के बेटे अली बाबा बत्रा (19) के रूप में बताई।

अली बाबा ने स्वीकार किया कि वह लश्कर का सदस्य है। उसे संगठन ने प्रशिक्षित किया था। वह 2019 में खैबर कैंप मुजफ्फराबाद में तीन सप्ताह प्रशिक्षण लिया था। पत्रकार वार्ता के दौरान मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद उसे घर भेज दिया गया और इस साल उसे बुलाकर इस पार हिंसा फैलाने की जिम्मेदारी दी गई। पकड़े गए आतंकी ने अपनी मां का संपर्क नंबर भी दिया।

2016 में भी सलामाबाद नाले से हुई थी घुसपैठ : घुसपैठ की कोशिश जिस सलामाबाद नाले के इलाके में की गई थी, वहां से वर्ष 2016 में भी घुसपैठ किया गया था। उस समय आत्मघाती हमला हुआ थ। इस क्षेत्र के सामने पाकिस्तान की चौकी जबबरी चौकी है। पाकिस्तानी सेना की मिलीभगत के बिना यहां से घुसपैठ हो ही नहीं सकती। सैन्य अधिकारी ने कहा कि एलओसी के पार लांचिंग पैड पर काफी हलचल हुई है।

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