स्वच्छता गीत के साथ अब घर-घर से कचरा संग्रहण
??? ???? ?? ???? ?? ???? ????? ???? ?????? ??? ??? ???? ?????? ??? ??? ???? ?? ??? ?? ???? ???????? ??? ???? ????? ??????? ??? ?? ????? ???? ? ??? ???? ?? ???? ??? ???? ????? ??? ??? ??? ???? ??? ?? ???? ????? ???? ?? ??? ?? ?? ???? ?? ???? ????? ??? ???? ???? ??? ?? ?????? ???????? ??? ?? ????????? ???? ?? ?? ?? ???
जागरण संवाददाता, जम्मू : नगर निगम ने घरों से कचरा उठाने वाले अधिकतर ऑटो में लाउड स्पीकर लगा दिए हैं। यह ऑटो सुबह मोहल्लों में कचरा उठाने पहुंचते हैं तो इनमें गाने व धुन बजने लगती है। इसे सुनकर सभी लोग समझ जाते हैं कि कचरा उठाने वाले आए हैं और वे घरों का कचरा इनमें डाल देते हैं। शहर के अधिकतर मोहल्लों में यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
निगम ने शहर के सभी 75 वार्डो में कचरा उठाने के लिए ऑटो लगा दिए हैं। अब इनकी संख्या को बढ़ाने की भी तैयारी नगर निगम ने की है। अच्छी बात यह है कि अब घर-घर जाकर गेट खटखटाने की जरूरत नहीं रही। मोहल्ले में ऑटो के पहुंचते ही गाना बजने लगता है। पूरे मोहल्ले में यह सुनाई देता है। सुनो बहना, सुनो भाभी, सुनो बाबा जी, कचरे वाला आया... गीत अधिकतर ऑटो में बजाया जा रहा है। लोगों की तरफ से निगम को इस कार्य के लिए अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
-------
स्वच्छता सर्वे में गिरते स्तर को ठीक करने की प्रक्रिया
पिछले वर्ष जम्मू शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में 117 अंक गिरकर 329वें नंबर पर रहा था। यह सर्वे आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने करवाया था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 की इस रिपोर्ट में जम्मू 5000 अंकों में से 1635 अंक लेकर 329वां रैंक ले पाया। वहीं वर्ष 2017 के सर्वेक्षण में जम्मू 251वें स्थान पर रहा था। वर्ष 2018 में 39 रैंक की बढ़त के साथ जम्मू 212वें स्थान पर पहुंचा। ऐसे में निगम अब सक्रियता दिखाते हुए शहर को साफ-सुथरा बनाना चाह रहा है।
-----------
शहर से निकलने वाला कचरा
-कुल कचरा जमा होता है - 400 मीट्रिक टन प्रति दिन
-गलियों की सफाई से - 50 मीट्रिक टन प्रति दिन
-होटल/रेस्टोरेंट से - 40 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-बाजारों से - 50 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से - 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-घरों से - 130 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-अन्य से - 110 मीट्रिक टन प्रतिदिन