Jammu: हड़ताल के बाद दूसरे दिन भी शहर में पसरी रही गंदगी, डोर-टू-डोर आटो जरूर पहुंचे

600 कैजुअल कर्मियों के लिए 17 अगस्त से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का भरोसा दिलाया गया है। लिहाजा यूनियन ने 16 अगस्त तक का समय दिया है। उसके बाद 15 दिन को नोटिस दिया जाएगा और फिर उसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:20 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:20 PM (IST)
Jammu: हड़ताल के बाद दूसरे दिन भी शहर में पसरी रही गंदगी, डोर-टू-डोर आटो जरूर पहुंचे
दो सालों से अढ़ाई दिन का वेतन जारी नहीं किया गया है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की एक दिवसीय हड़ताल के बाद रविवार को दूसरे दिन भी शहर में गंदगी के ढेर लगे रहे। छुट्टी के चलते सफाई कर्मचारी तो काम पर नहीं आए लेकिन कुछ मुहल्लों में डोर-टू-डोर कचरा उठाने के लिए आटो जरूर पहुंचे।

हालत यह रही कि शहर के डंपिंग प्वाइंट पर कचरे के ढेर आने-जाने वालों को मुंह चिढ़ाते रहे। कुछ स्थानों से कचरा जरूर उठाया गया लेकिन अधिकतर मुहल्लों में गंदगी पसरी रही। जम्मू नगर निगम के स्थायी कर्मचारियों की छुट्टी रहती है लेकिन एनजीओ कर्मचारी काम करते हैं। इसके चलते कुछ वार्डों में सफाई कर्मचारी भी पहुंचे थे। सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान रिंकू गिल ने कहा कि एक दिवसीय हड़ताल के बाद प्रशासन ने उनकी कुछ मांगों को मानने का भरोसा दिलाया है।

600 कैजुअल कर्मियों के लिए 17 अगस्त से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का भरोसा दिलाया गया है। लिहाजा यूनियन ने 16 अगस्त तक का समय दिया है। उसके बाद 15 दिन को नोटिस दिया जाएगा और फिर उसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। इससे प्रशासन को अगस्त माह का समय मिल जाएगा। फिर कर्मचारियों के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। मांगें पूरी नहीं होने पर सितंबर से हड़ताल पर चले जाएंगे।

उन्होंने कहा कि प्रशासन को अवगत करवाया गया कि निगम को जो करोड़ों में राजस्व जुटना शुरू हुआ है, वह सफाई कर्मचारियों की बदाेलत है। फिर भी उनकी अनदेखी की जा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पहले कहा गया था कि यूजर चार्ज जमा होने पर उसी में से अढ़ाई दिन का वेतन दिया जाएगा लेकिन दो सालों से अढ़ाई दिन का वेतन जारी नहीं किया गया है।

निगम प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि इस मांग को भी जल्द पूरा कर दिया जाएगा। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों के लिए वर्दी की भी मांग को मान लेने का भरोसा दिलाया गया है।  

chat bot
आपका साथी