अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए सिख भाइयों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है: भय्याजी

30 नवंबर 1858 को दर्ज एक एफआइआर की रिपोर्ट में भी लिखा है कि निहंग सिख विवादास्पद ढांचे में घुस गए थे और राम नाम के साथ वहां हवन किया। निहंग सिखों ने वहां न सिर्फ हवन और पूजा की बल्कि उस परिसर के भीतर श्रीराम का प्रतीक भी बनाया।

By Edited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 07:52 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 08:15 AM (IST)
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए सिख भाइयों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है: भय्याजी
उन्होंने भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में राष्ट्रवाद की भावना को सुदृढ़ करने पर जोर दिया।

जागरण संवाददाता, जम्मू : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी ने वीरवार को कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए सिख भाइयों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 162 साल पहले उन्होंने वहां परिसर में अंदर जाकर हवन और पूजा की थी। यहां तक कि भगवान श्रीराम का प्रतीक तक बनाया था।

भय्याजी जोशी ने राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत जम्मू कश्मीर प्रांत में मकर संक्रांति पर वीरवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण व संपर्क अभियान का शुभारंभ किया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि की प्रत्येक कारसेवा में जम्मू कश्मीर के लोगों की अविस्मरणीय भूमिका रही है। सर्वोच्च न्यायालय के सर्मसम्मत निर्णय और प्रभु श्रीराम की इच्छा अनुसार अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सिख समाज के बंधुओं ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

30 नवंबर, 1858 को दर्ज एक एफआइआर की रिपोर्ट में भी लिखा है कि निहंग सिख विवादास्पद ढांचे में घुस गए थे और राम नाम के साथ वहां हवन किया। निहंग सिखों ने वहां न सिर्फ हवन और पूजा की, बल्कि उस परिसर के भीतर श्रीराम का प्रतीक भी बनाया। उस समय उनके साथ 25 और सिख थे, जिन्होंने वहां धार्मिक झंडे उठाए। दीवारों पर कोयला से राम-राम भी लिखा था।

वाल्मीकि मोहल्ले से धन समर्पण अभियान की शुरुआत: भय्याजी जोशी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण व संपर्क अभियान की शुरुआत जम्मू शहर के गांधीनगर में स्थित वाल्मीकि मोहल्ले में लोगों के बीच संपर्क से की। इसके बाद वह डिगियाना स्थित श्री संत मेला ¨सह जी दस्तकारी आश्रम में गए। यहां उन्होंने माथा टेका। इसके बाद उन्होंने आश्रम के पूज्य महंत मंजीत ¨सह जी से भी भेंट कर संपर्क अभियान के तहत मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि ली। जम्मू कश्मीर प्रांत में यह अभियान माघ पूर्णिमा यानी 27 फरवरी तक चलेगा। उनके साथ अभियान के प्रांत पालक ब्रिगेडियर सुचेत सिंह, अभियान के प्रांत प्रमुख अभिषेक गुप्ता, महानगर संयोजक शक्ति दत्त और सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम दधीचि भी उपस्थित रहे।

धन संग्रह नहीं, बल्कि समर्पण का है कार्यक्रम: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान श्रीराम मंदिर के लिए यह धन संग्रह नहीं, बल्कि समर्पण का कार्यक्रम है। समाज अपनी श्रद्धा एवं इच्छा से जो सहयोग करेगा वह सब स्वीकार्य है। श्रीराम मंदिर भव्य बनेगा और भगवान के लिए समाज अपने साम‌र्थ्य के अनुसार स्वयं प्रेरणा से सहयोग करेगा।

चार दिन के प्रवास पर थे भय्याजी: भय्याजी जोशी अपने चार दिवसीय प्रवास पर जम्मू में सोमवार को पहुंचे थे। वीरवार को उनके प्रवास का आखिरी दिन था। इस दौरान उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं की कई बैठकें कीं। भाजपा के पदाधिकारियों से भी बात की। उन्होंने बैठकों में भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं से जम्मू कश्मीर और लद्दाख में राष्ट्रवाद की भावना को सुदृढ़ करने पर जोर दिया है।

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