कैंटीन में शराब की बिक्री बंद होने पर फूटा गुस्सा

जागरण संवाददाता जम्मू जम्मू-कश्मीर एक्साइज विभाग की ओर से अर्धसैनिक बलों की कैंटीन में मिल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 07:11 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 07:11 AM (IST)
कैंटीन में शराब की बिक्री बंद होने पर फूटा गुस्सा
कैंटीन में शराब की बिक्री बंद होने पर फूटा गुस्सा

जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर एक्साइज विभाग की ओर से अर्धसैनिक बलों की कैंटीन में मिलने वाली शराब व बीयर पर टैक्स छूट वापस लेने के विरोध में सेवानिवृत्त अर्धसैनिकों ने बुधवार को बाहुप्लाजा के रेलहेड कांप्लेक्स स्थित एक्साइज विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। इन सेवानिवृत्त सैनिकों का कहना था कि सरकार के इस फैसले से जम्मू-कश्मीर के दस हजार पूर्व अर्धसैनिक बल प्रभावित होंगे। एक्साइज विभाग की ओर से इससे पूर्व सीआरपीएफ, बीएसएफ बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन व पुलिस कैंटीन में भी शराब व बीयर पर टैक्स छूट दी जाती थी, लेकिन अब यह छूट केवल सेना की कैंटीन तक सीमित रह गई है।

सरकार के इस फैसले के विरोध में एक्स-सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले एक्साइज विभाग के बाहर एकत्रित हुए अ‌र्द्धसैनिकबलों के जवानों ने कहा कि सरकार ने शराब व बीयर के अलावा घर की जरूरत के कई सामान की बिक्री भी उनकी कैंटीनों में बंद कर दी है। इससे दस हजार पूर्व अ‌र्द्धसैनिकबल के रिटायर कर्मी प्रभावित होंगे।

भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इन लोगों ने कहा कि घर के जरूरी सामान की बिक्री बंद होने से 50 हजार लोग प्रभावित हुए हैं और ये 50 हजार मतदाता आगामी चुनाव में भाजपा को इसका मुंहतोड़ जवाब अवश्य देंगे। एसोसिएशन के महासचिव डीके चौहान ने इस मौके पर कहा कि 1962 से उनकी कैंटीन में ये सुविधाएं मिल रही थीं, जिसे बंद करके सरकार ने अ‌र्द्धसैनिकबलों से नाइंसाफी की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डीए की किश्त जारी करने की मांग करते हुए चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए बोनस तक घोषित कर दिया है और ऐसे में डीए की किश्त रोकने का कोई तुक नहीं बनता। ये उनका हक है और उन्हें मिलना चाहिए।

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