Baba Amarnath Yatra 2021: रमण भल्ला ने अमरनाथ यात्रा रद करने पर उठाए सवाल
भल्ला ने कहा कि श्राइन बोर्ड यात्रा अवधि को सीमित करके व सभी एसओपी का पालन करवाते हुए यात्रा आयोजित कर सकती थी। यात्रा करने वालों के कोविड टेस्ट करके इस यात्रा को सुरक्षित ढंग से आयोजित किया जा सकता था लेकिन बोर्ड ने ऐसा नहीं किया।
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रमण भल्ला ने अमरनाथ यात्रा रद किए जाने के बोर्ड के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जब कोरोना महामारी का प्रकोप थम चुका है और सबकुछ खोल दिया गया है, तो ऐसे में यात्रा पर प्रतिबंध क्यों? रमण भल्ला ने कहा है कि इस फैसले से जहां लाखों श्रद्धालु आहत हुए हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर में लाखों लोगों का रोजगार भी प्रभावित हुआ है।
भल्ला ने बोर्ड के फैसले को एक तरफा करार दिया है। रमण भल्ला मंगलवार को बाहूफोर्ट पहुंचे थे, जहां देश के विभिन्न हिस्सों से साधुओं की टोलियां अमरनाथ यात्रा पर रवाना होने की उम्मीद में जम्मू पहुंची थीं। इन साधुओं से बातचीत करने के बाद रमण भल्ला ने कहा कि कोरोना महामारी के नाम पर अमरनाथ यात्रा रद करने का फैसला पूरी तरह से गलत है। तीन साल से यह यात्रा रद हो रही है। इससे जम्मू-कश्मीर को आर्थिक रूप से भी काफी नुकसान पहुंचा है।
भल्ला ने कहा कि श्राइन बोर्ड यात्रा अवधि को सीमित करके व सभी एसओपी का पालन करवाते हुए यात्रा आयोजित कर सकती थी। यात्रा करने वालों के कोविड टेस्ट करके इस यात्रा को सुरक्षित ढंग से आयोजित किया जा सकता था, लेकिन बोर्ड ने ऐसा नहीं किया।
भल्ला ने कहा कि इस यात्रा से प्रदेश के 50 हजार लोगों का रोजगार जुड़ा है और बोर्ड के इस फैसले से सब आहत हुए है। सरकार को पहले इन लोगों की माली हालत का ख्याल कर अमरनाथ यात्रा पर फैसला करना चाहिए था।