Jammu: तारबंदी जीरो लाइन पर ले जाने की मांग, जमीन का मालिकाना हक किसानों को देने का मुद्दा भी उठाया

कस्टोडियन विभाग को खत्म किया जाए ताकि किसानों को जमीन का मालिकाना हक मिल सके। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मांग करते हुए कहा कि वर्ष 1947 65 और 71 के रिफ्यूजियों की हो रही अनदेखी दूर करने के लिए ऐनमीस एक्ट का लागू किया जाए।

By Edited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:36 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:44 AM (IST)
Jammu: तारबंदी जीरो लाइन पर ले जाने की मांग, जमीन का मालिकाना हक किसानों को देने का मुद्दा भी उठाया
बांध के आगे कृषि योग्य भूमि पर किसानों को खेतीबाड़ी करने के लिए अधिक समय दिया जाए।

संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : एसडीएम कार्यालय के सभागार में एसडीएम आरएसपुरा रामलाल शर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल की 44 वाहिनी के कमांडेंट सहित जिला विकास परिषद सदस्या तरनजीत सिंह टोनी, प्रो. गारू राम भगत, बीडीसी चेयरमैन आरएसपुरा तरसेम शर्मा व कई सरपंचों सहित ग्रामीण भी मौजूद थे।

बैठक के दौरान सुचेतगढ़ के जिला विकास परिषद के सदस्य तरणजीत सिंह टोनी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल की ओर से जीरोलाइन की पीछे की गई तारबंदी को अब 135 फीट किया जा रहा, जिसके चलते किसानों की कृषि योग्य भूमि तारबंदी में आने पर नुक्सान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जीरो लाइन के पास ही नई तारबंदी की जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके।

उन्होंने कहा कि कस्टोडियन विभाग को खत्म किया जाए ताकि किसानों को जमीन का मालिकाना हक मिल सके। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मांग करते हुए कहा कि वर्ष 1947, 65 और 71 के रिफ्यूजियों की हो रही अनदेखी दूर करने के लिए ऐनमीस एक्ट का लागू किया जाए ताकि आजादी के बाद पाकिस्तान के लोगों के नाम राजस्व विभाग में जमीन होने रिफ्यूजियों का जमीन का हक मिल सके। इस दौरान जिला विकास परिषद के आरएसपुरा सदस्य प्रो. गारू राम, ब्लॉक आरएसपुरा चेयरमैन तरसेम लाल शर्मा ने कहा कि बांध के आगे कृषि योग्य भूमि पर किसानों को खेतीबाड़ी करने के लिए अधिक समय दिया जाए।

उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षाबलों की और से किसानों को कम समय दिया जाता है, जिससे किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सीमा सुरक्षाबल 44वीं वाहिनी के कमांडेंट परमजीत ठकेयाल ने कहा कि किसानों को खेतीबाड़ी के लिए दिक्कत न हो इसके लिए जीरो लाइन तक सीमा सुरक्षा बल की और से बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर की सुविधा मुहैया करवाई जाती है ताकि किसान जीरो लाइन तक खेतीबाड़ी कर सके।

सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले किसानों को अगर पाक क्षेत्र से कोई ड्रोन के आने पर जानकारी मिले तो वह सीमा पर तैनात जवानों व स्थानीय पुलिस को जानकारी दे। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षाबलों का हमेशा यही प्रयास रहता है कि किसान देश के किसान बेखौफ होकर खेतीबाड़ी कर सके। इस दौरान आरएसपुरा तहसीलदार गनदीप कुमार, सुचेतगढ़ तहसीलदार निर्भया शर्मा, सरपंच विजय चौधरी, सरपंच विजय चौधरी, सरपंच देवराज सहित कई ग्रामीण भी बैठक में मौजूद थे।

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