पुलवामा आत्मघाती हमले के खिलाफ उबला सीमांत क्षेत्र, जगह-जगह हुए रोष प्रदर्शन

हर तरफ पाकिस्तान मुर्दावाद, आतंकवाद मुर्दावाद के नारे लगाए गए। वहीं पुलवामा हमले के शहीदों के अमर रहने और भारतीय सेना के समर्थन में लोगों ने नारेवाजी भी की।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 04:44 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 04:44 PM (IST)
पुलवामा आत्मघाती हमले के खिलाफ उबला सीमांत क्षेत्र, जगह-जगह हुए रोष प्रदर्शन
पुलवामा आत्मघाती हमले के खिलाफ उबला सीमांत क्षेत्र, जगह-जगह हुए रोष प्रदर्शन

रामगढ़, जेएनएन। पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी आत्मघाती हमले के खिलाफ पूरा सीमांत क्षेत्र उबल पडा। लोगों ने एकजुट होकर जगह-जगह रोष प्रदर्शन किए और पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च भी किया। आतंकवाद तथा पाकिस्तान विरोधी विभिन्न जगहों पर हुए रोष प्रदर्शनों में भारत सरकार को कडे रूख अपनाने की पेशकश की गई। सोमवार को जारी भारत बंद के आहवान का सीमांत क्षेत्र में पूरा असर देखने को मिला। कस्बे रामगढ़ सहित आसपास क्षेत्रों में कहीं पर भी व्यापार मंडल का कामकाज नहीं चला और बाजार बंद रखकर लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाइ। आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए कस्बे में पूर्व सैनिक संगठन की तरफ से रोष रैली भी निकाली गई। स्थानीय सैंट्रल गुरूद्वारा चौक पर सैकडों लोगों ने एक बैनर तले एकत्रित होकर भारत बंद के आहवान का समर्थन किया।

वहीं रोष रैली में पूर्व सैनिक सदस्यों, ब्यापार मंडल सदस्यों, हिंदु संगठन सदस्यों तथा राजनितिज्ञों ने शामिल होकर पुलवामा हमले के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। स्थानीय गुरूद्वारा चौक से शुरू हुई रोष रैली कस्बे के मुख्य बाजार से होती हुई तहसील परिसर रामगढ़ पहुंची। वहां से फिर रोष रैली कस्बे के मुख्य चौक पहुंची, जहां पर विभिन्न संगठन नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। पूर्व सैनिक संगठन सदस्य चौधरी रमेश लाल, केप्टन मोहन लाल, केप्टन जनक सिंह, ब्यापार मंडल उपप्रधान चौधरी आनंत राम, शहीद भगत सिंह फैडरेशन के जिला प्रधान रिंकु चौधरी, भाजपा मंडल प्रधान नरिंद्र शर्मा, कांग्रेस महासचिव हंस राज भगत, बार्डर वेलफेयर संगठन प्रधान दिलबाग सिंह ने पाकिस्तान देश में चल रहे आतंकी परीक्षण केंद्रों का सफाया करने और पाकिस्तान के खिलाफ कडे रूख अपनाने की पेशकश की गई। हर तरफ पाकिस्तान मुर्दावाद, आतंकवाद मुर्दावाद के नारे लगाए गए। वहीं पुलवामा हमले के शहीदों के अमर रहने और भारतीय सेना के समर्थन में लोगों ने नारेवाजी भी की।

गांव-गांव चला रोष प्रदर्शनों का दौर

पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ जहां कस्बे रामगढ़ में विभिन्न संगठनों ने एकजुट होकर रोष रैली और आतंकवाद विरोधी रोष प्रदर्शन किए, वहीं क्षेत्र के अन्य सीमांत गांव अबताल, दग, नंदपुर, स्वांखा, रैका, कौलपुर, पखडी, केसो, बरोटा आदि में लोगों ने रोष रैलियां निकालीं और पाकिस्तान के खिलाफ नारेवाजी की। सीमांत गांव अबताल में गुरमेल सिंह यूथ नेता की अध्यक्षता में रोष प्रदर्शन किया गया। रोष प्रदर्शन में डीजीपीसी उपप्रधान स. मित्रपाल सिंह, स. गार सिंह, स. चरन सिंह भट्टी, स. गुरपाल सिंह सहित युवाओं व बच्चों ने शामिल होकर आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। हर तरफ भारत माता की जय, भारतीय सेना जिंदावाद, शहीद जवान अमर रहें के नारे गूंजे। उधर गांव पलोटा, स्वांखा, कलाह, कौलपुर, रैका-लबाना में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों ने कैंडल मार्च भी किया। स्थानीय ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए कैंडल मार्च को लेकर लोगों ने आतंकवाद के प्रति गहरा गुस्सा और शहीदों के प्रति गहरी संवेदना जताई गई।

बंद के आह्वान का हर तरफ दिखा असर

शहीद सीआरपीएफ जवानों के प्रति गहरी हमदर्दी और आतंकवाद के खिलाफ रोष को बर्करार रखते हुए व्यापार मंडल रामगढ़ ने कामकाज को दो दिन तक बंद रखने का ऐलान किया है। स्थानीय पूर्व सैनिक संगठन, व्यापार मंडल संगठन तथा यूथ संगठन की तरफ से जारी रामगढ़ बंद के आह्वान का आज असर भी देखने को मिला। कस्बे में कोई भी दुकान नहीं खुली। बाजार बंद रहे। कामकाज ठप रख लोगों ने आतंकवाद विरोधी रोष प्रदर्शन में अपनी भागीदारी जताई। मंगलवार को भी बंद रहेगा। पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की यहां अतिरिक्त तैनाती की गई है। विभिन्न चौक-चौराहों तथा सार्वजनिक स्थलों पर बढा़ई गई चौकसी को लेकर जवान पूरी तरह से मुस्तैद दिख रहे हैं। प्रशासनिक एवं राजस्व अधिकारी भी हर तरफ अपनी स्तर्कता बनाए हुए हैं और लोगों को शांति बनाए रखने की अपीलें कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने भी गुस्साए लोगों को कानून-व्यवस्था के दायरे में रहकर अपने रोष प्रदर्शन व रैलियां निकालने की हिदायतें जारी की हैं।

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