जम्मू के सरकारी अस्पतालों में रुटीन में सर्जरी शुरू करने की तैयारी

मजबूरी में मरीजों को निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान निजी अस्पतालों ने मनमाने तरीके से फीस को बढ़ा दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 10:58 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 10:58 AM (IST)
जम्मू के सरकारी अस्पतालों में रुटीन में सर्जरी शुरू करने की तैयारी
जम्मू के सरकारी अस्पतालों में रुटीन में सर्जरी शुरू करने की तैयारी

राज्य ब्यूरो, जम्मू: सरकारी अस्पतालों में पिछले छह माह से बंद रुटीन के ऑपरेशन फिर से शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है। गांधीनगर में बने नए अस्पताल में इसकी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इसके लिए वरिष्ठ डॉक्टरों (असिस्टेंट प्रोफेसर) की पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी जल्द रिपोर्ट सौंपेगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मार्च में रुटीन में होने वाले ऑपरेशन स्थगित कर दिए थे। हालांकि, इमरजेंसी में ऑपरेशन हो रहे थे।

सरकारी अस्पतालों में रुटीन के ऑपरेशन बंद होने का खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है। मजबूरी में मरीजों को निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान निजी अस्पतालों ने मनमाने तरीके से फीस को बढ़ा दिया है। ओपीडी फीस से लेकर ऑपरेशन का चार्ज तक काफी बढ़ा दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि सरकारी डॉक्टर भी पैसे के लालच में निजी अस्पतालों में सर्जरी करते देखे गए हैं। इसकी शिकायत उच्च प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची है। अधिकारियों ने ऐसे डॉक्टरों का रिकार्ड तक मंगवाया है, जो जिनके निजी अस्पतालों में सेवाएं देने पर संदेह है। इस मुद्दे को दैनिक जागरण ने 18 अक्टूबर के अंक में प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हलचल होती नजर आने लगी है। इसी क्रम में राजकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) जम्मू के प्रिंसिपल नसीब ढींगरा ने डॉक्टरों की एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी से कहा गया है कि वह कोरोना वायरस से उपजी स्थिति का आकलन करे। वह संभावनाएं तलाशे कि क्या रुटीन के ऑपरेशन शुरू किए जा सकते हैं। उन्होंने कमेटी में शामिल डॉक्टरों से कहा है कि वह गांधीनगर में बने नए अस्पताल में सुविधाओं का जायजा ले। क्या वहां पर रुटीन में सर्जरी का काम शुरू किया जा सकता है, इस बारे में विस्तार से रिपोर्ट जल्द दी जाए। कमेटी में ये हैं शामिल

रुटीन में सर्जरी की संभावनाओं को तलाशने के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय कमेटी में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. अरुण शर्मा चेयरमैन बनाए गए हैं। इसके अलावा इसमें सदस्य के रूप में एनेसथीसिया विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजेश महाजन, गायनोकोलाजी विभाग के डॉ. बीआर भगत, सर्जरी विभाग के डॉ. सतीश परिहार और आर्थोपेडिक्स विभाग के डॉ. व्यास देव को शामिल किया गया है।

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