जम्मू-कश्मीर में प्राइवेट आइटीआइ खोलने की तैयारी, कौशल विकास विभाग ने आवेदन मांगे

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में प्राइवेट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आइटीआइ) खोले जाएंगे। कौशल विकास विभाग ने जम्मू कश्मीर में प्राइवेट आइटीआइ खोलने के लिए आवेदन मांगे है।कंपनी एक्ट सोसायटी ट्रस्ट प्राइवेट पब्लिक इंटरप्राइज के तहत पंजीकृत संस्थानों से आवेदन मांगे गए हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sun, 08 Aug 2021 01:21 PM (IST) Updated:Sun, 08 Aug 2021 01:21 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर में प्राइवेट आइटीआइ खोलने की तैयारी, कौशल विकास विभाग ने आवेदन मांगे
जम्मू कश्मीर में 53 सरकारी आइटीआई संस्थान हैं। 20 आइटीआइ प्राइवेट क्षेत्र में है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में प्राइवेट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आइटीआइ) खोले जाएंगे। कौशल विकास विभाग ने जम्मू कश्मीर में प्राइवेट आइटीआइ खोलने के लिए आवेदन मांगे है।

कंपनी एक्ट, सोसायटी ट्रस्ट, प्राइवेट पब्लिक इंटरप्राइज के तहत पंजीकृत संस्थानों से आवेदन मांगे गए हैं। मौजूदा प्राइवेट आइटीआइ में अतिरिक्त यूनिट स्थापित करने के लिए भी आवेदन किया जा सकता है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2021 निर्धारित की गई है। कौशल विकास विभाग जल्द ही नए अकादमिक सत्र से पहले पहले नए प्राइवेट आइटीआइ संस्थानों को मंजूरी देगा। जम्मू कश्मीर में 53 सरकारी आइटीआई संस्थान हैं। 20 आइटीआइ प्राइवेट क्षेत्र में है।

कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव असगर समून ने कहा कि विद्यार्थियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देने के लिए प्राइवेट क्षेत्र में आइटीआइ खोलने की तैयारी है। इससे युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार हासिल करने के काबिल बनाया जाएगा। यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सरकारी आइटीआइ संस्थानों में सीटें रिक्त नहीं रहनी चाहिए। इस समय आइटीआइ में दाखिला प्रक्रिया चल रही है। सितंबर में आइटीआई संस्थानों में नया अकादमिक सत्र शुरू हो जाएगा। समून ने कहा कि ऐसे कोर्स शुरू किए जाएंगे जो इंडस्ट्री में रोजगार दिलाने में मददगार साबित हों। युवाओं का रुझान आइटीआई संस्थानों की तरफ लाने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।

कौशल विकास विभाग पालीटेक्निक कॉलेजों से पास आउट हुए विद्यार्थियों को ब्योरा जुटा रहा है ताकि युवाओं को रोजगार दिलाया जाए। इस तर्ज पर आइटीआइ संस्थानों से पास आउट हुए युवाओं का डाटा इकट्ठा किया जाएगा। प्लेसमेंट अभियान चलाने को नियमित प्रक्रिया बनाया जाएगा। बताते चले कि पालीटेक्निक कालेजों व आइटीआइ संस्थानों में पास आउट हुए विद्यार्थियों को रोजगार दिलाना बहुत बड़ी चुनौती है। कौशल विकास विभाग की कोशिश है कि प्लेसमेंट अभियान चलाकर युवाओं को रोजगार दिलाया जाए। 

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