जम्मू कश्मीर के ऐतिहासिक साइंस कॉलेज की विरासती इमारतों के संरक्षण की तैयारी, इतने करोड़ रुपये मंजूर

आजादी से पहले यह कॉलेज पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर से मान्यता प्राप्त था। कॉलेज की ढ्योड़ी का निर्माण करीब दो साल पहले हो चुका है। इसे उसी तरीके से बनाया गया है जिस तरह का कॉलेज बना निर्माण हुआ था। इस पर करीब 22 लाख रुपये खर्च हुए हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 04:21 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 04:21 PM (IST)
जम्मू कश्मीर के ऐतिहासिक साइंस कॉलेज की विरासती इमारतों के संरक्षण की तैयारी, इतने करोड़ रुपये मंजूर
आजादी से पहले यह कॉलेज पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर से मान्यता प्राप्त था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू में एक सौ साल से अधिक पुराने व प्रतिष्ठित साइंस कॉलेज की विरासत वाली इमारत के संरक्षण की तैयारी शुरू हो गई है। कॉलेजों की विरासती इमारत के संरक्षण के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने 5.87 करोड़ रुपये मंजूर किए है। इसमें से कॉलेज के मेन ब्लाक की इमारत के संरक्षण पर 2.28 करोड़ रुपये, जियोलॉजी ब्लाक के संरक्षण पर 1.93 करोड़ रुपये और फिजिक्स व केमिस्ट्री ब्लाक के संरक्षण पर 1.65 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

विभाग ने कहा कि अहम प्रोजेक्ट पर कार्य करते समय बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का ध्यान रखने के साथ साथ इसके संरक्षण के दौरान डिजाइन पर ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि भूकंप के समय इमारत को कोई नुकसान न पहुंचे। कार्य से पहले सभी इमारतों के फोटो लिए जाएं और बाद में भी फोटो लिए जाएं। सारा कार्य ई टेंडरिंग के जरिए होना चाहिए। कभी प्रिंस ऑफ वेल्स के नाम से मशहूर साइंस कॉलेज की स्थापना वर्ष 1905 में हुई थी।

आजादी से पहले यह कॉलेज पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर से मान्यता प्राप्त था। कॉलेज की ढ्योड़ी का निर्माण करीब दो साल पहले हो चुका है। इसे उसी तरीके से बनाया गया है जिस तरह का कॉलेज बना निर्माण हुआ था। इस पर करीब 22 लाख रुपये खर्च हुए हैं। साइंस कॉलेज में कुछ प्रमुख विभाग ऐसे है जो विरासत समेटे हुए है। इनमें जियोलॉजी विभाग जिसमें वर्षो पुरानी दुलर्भ वस्तुएं है। लाइब्रेरी में पुरानी व ऐतिहासिक पुस्तके हैं और हेरीटेज गैलरी है जिसमें वर्षो पुरानी फोटो है।

साइंस कॉलेज के प्रिसिंपल प्रो. रविंद्र टिक्कू का कहना है कि कालेजों की विरासती इमारतों के संरक्षण के लिए धनराशि मंजूर हो चुकी है। यह कार्य जेकेपीसीसी और इंटेक करेगी। चूंकि इस समय कोरोना चल रहा है इसलिए प्रोजेक्ट शुरू करने में थोड़ी देरी हुई है। फिर भी कार्य जल्द शुरू हो जाएगा।

कॉलेज में देश की इन महान हस्तियों ने पढ़ाई की है भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एएस आनंद पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल एनसी विज पूर्व उपमुख्यमंत्री पंडित मंगत राम शर्मा पूर्व विधायक राजेश गुप्ता वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय बलराज पुरी प्रो. भीम सिंह पूर्व रक्षा राज्य मंत्री प्रो. चमन लाल गुप्ता पूर्व मंत्री रमन भल्ला जम्मू विवि के पूर्व वीसी स्वर्गीय प्रो. एमआर पुरी पूर्व मंत्री रंगील सिंह रेडियो कश्मीर जम्मू के पूर्व निदेशक जितेंद्र सिंह ऊधमपुरिया संतूर वादक शिव कुमार शर्म पूर्व वीसी प्रो. वाईआर मल्होत्रा व अन्य 

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