फारूक का पुतला जलाने नेकां मुख्यालय जाने से पुलिस ने रोका

पूर्व मुख्यमंत्री व नेकां प्रधान फारूक अब्दुल्ला की तरफ से भारत सरकार को तालिबान से बातचीत करने का सुझाव देने पर राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता भड़क गए। सोमवार को उन्होंने विवेकानंद चौक पर फारूक का पुतला जलाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:00 AM (IST)
फारूक का पुतला जलाने नेकां मुख्यालय जाने से पुलिस ने रोका
फारूक का पुतला जलाने नेकां मुख्यालय जाने से पुलिस ने रोका

जागरण संवाददाता, जम्मू : पूर्व मुख्यमंत्री व नेकां प्रधान फारूक अब्दुल्ला की तरफ से भारत सरकार को तालिबान से बातचीत करने का सुझाव देने पर राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता भड़क गए। सोमवार को उन्होंने विवेकानंद चौक पर फारूक का पुतला जलाया। वे फारूक अब्दुल्ला का पुतला लेकर नेकां मुख्यालय की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनको रोक लिया। इस दौरान पुलिस व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में हल्की धक्कीमुक्की भी हुई। बाद में विवेकानंद चौक पर कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी की।

प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष राकेश बजरंगी ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला हमेशा दोहरी राजनीति करते हैं। जब वे जम्मू आते हैं तो इनके मुंह से देशप्रेम टपकता है, पर जब वही कश्मीर में होते हैं तो वहां देशविरोधी बयान देते हैं। पिछले दिनों इन्होंने सरकार को तालिबान से बातचीत करने का बयान दिया। बजरंगी ने कहा कि अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान एक आतंकी संगठन है, उसके साथ भारत सरकार कभी बातचीत नहीं करेगी। राकेश ने कहा कि चाहे फारूक हों या महबूबा मुफ्ती, यह सब पाकिस्तान और तालिबान की तरफदारी करते हैं। तालिबान की क्रूरता पूरे विश्व ने देखी है, इसलिए उसके साथ बातचीत कैसे की जा सकती है। इस तरह के बयान देने वाले फारूक अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती को तिहाड़ जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर की विभिन्न पार्टियों के नेता आए दिन देशविरोधी बयानबाजी करते रहते हैं, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर आस्तिक कोहली, सचिन, वीरेंद्र, शुभम, कृष्ण सिंह, अनुभव, अमित, सुमित, अक्षय सैंडी, बच्चन, अमित, सुमित आदि आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी