पुलिस ने इजरायल विरोधी उग्र प्रदर्शनों में शामिल 17 कश्मीरी युवक रिहा किए
फलस्तीन के साथ सहानुभूति जताते हुए इजरायल विरोधी उग्र प्रदर्शनों में शामिल रहे 17 युवकों को पुलिस ने रविवार को सहृयता के आधार पर उनके परिजनों के हवाले कर दिया। इस दौरान इन युवकों व इनके परिजनों ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पूर्ण सहयोग का यकीन दिलाया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। फलस्तीन के साथ सहानुभूति जताते हुए इजरायल विरोधी उग्र प्रदर्शनों में शामिल रहे 17 युवकों को पुलिस ने रविवार को सहृयता के आधार पर उनके परिजनों के हवाले कर दिया। इस दौरान इन युवकों व इनके परिजनों ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पूर्ण सहयोग का यकीन दिलाया है। रिहा किए गए लड़कों में वह पेंटर भी है, जिसने फलस्तीन समर्थक नारे दीवारों पर लिखने के अलावा कुछ तस्वीरें भी बनाई थी।
पुलिस ने वीरवार और शुक्रवार को श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में फलस्तीन समर्थक उग्र प्रदर्शनों का संज्ञान लेते हुए 20 लाेगाें को गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन और शहर में अशांति फैलाए जाने का मामला दर्ज किया गया। इनमें से अधिकांश युवक पहली बार किसी मामले में पुलिस द्वारा हिरासत मे लिए गए थे। स्थानीय गणमान्य नागरिकों और मोहल्ला कमेटियों ने पुलिस से इन युवकों के भविष्य का हवाला देते हुए रिहा किरने का आग्रह किया था। पकड़े गए युवकों के अभिभावकों ने भी उनकी रिहाई का आग्रह किया था।
पुलिस ने अपने स्तर पर इन सभी युवकों के बारे में जांच की। इसके साथ ही पुलिस इन सभी युवकों के लिए काउंसलिंग का भी प्रबंध किया। इसके बाद आज इन सभी को जिला पुलिस लाईन में इन्हें इनके अभिभावकों के हवाले किया गया।
एसएसपी श्रीनगर संदीप चौधरी ने कहा कि हमने इन युवकों से बातचीत की है। हमने उन्हें समझाया है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सभी को है, लेकिन कानून का उल्लंघन नहीं किया जा सकता। इसके अलावा इन दिनों पूरे कश्मीर में कोरोना कर्फ्यू है और उनकी हरकतों से न सिर्फ हालात बिगड़ते बल्कि संक्रमण भी तेजी से फैलता। हमने इन्हें समझाया है कि वह शरारती तत्वों के हाथ का खिलौना न बनें। इन युवकों व इनके परिजनों ने यकीन दिलाया है कि वह शांति व्यवस्था बनाए रखने में पूरा सहयोग करेंगे।