पुलिस कर्मियों ने जांबाज बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि
फोटो सहित -राष्ट्रीय पुलिस दिवस पर गुलशन ग्राउंड स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में
जागरण संवाददाता, जम्मू : देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सुरक्षा कर्मियों को राष्ट्रीय पुलिस दिवस के अवसर पर नमन किया गया। जम्मू संभाग का मुख्य कार्यक्रम गुलशन ग्राउंड स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित हुआ। यहां देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में जम्मू जोन के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आइजीपी) मुकेश सिंह ने मुख्य तौर पर शहीदी स्मारक पर सलामी देते हुए बलिदान होने वाले जवानों को याद किया। इससे पूर्व पुलिस कर्मियों की टुकड़ी ने शस्त्र नीचे कर और मातमी धुन बजाकर बलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कोरोना काल के चलते पुलिस ने कार्यक्रम में इस बार अतिथियों को आमंत्रित नहीं किया।
कार्यक्रम में आइजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर 2019 से 20 अक्टूबर 2020 के बीच देशभर में शहीद होने वाले 264 पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के जवानों का नाम पढ़ा, जो देश की रक्षा के साथ शांति एवं कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि शहीदों का सम्मान हर नागरिक करता है। जम्मू कश्मीर पुलिस भी पिछले कई साल से आतंकियों से लोहा ले रही है, जबकि आतंक के विरुद्ध जारी आपरेशन में पुलिस विभाग के प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे। इसके बाद आयोजन स्थल पर विशेष तौर पर बनाए गए शहीदी स्मारक पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्प चक्कर भेंट कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों को भी बुलाया गया था। मंडलायुक्त जम्मू संजीव वर्मा, जिला आयुक्त जम्मू सुषमा चौहान के अलावा मेयर चंद्रमोहन, डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा, कई पूर्व विधायक, पूर्व एमएलसी ने भी शहीदों को नमन किया। वहीं, इससे पूर्व रेलवे स्टेशन के सामने बने शहीदी स्मारक में अमर जोत के आगे शहीदों को नमन किया गया। आइजीपी जम्मू मुकेश सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। -----------------
राष्ट्रीय पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर जम्मू पुलिस ने शहीदों की याद में गुलशन ग्राउंड स्टेडियम के साथ लगते ऑडिटोरियम में फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों की तस्वीरों को लगाया है।
मुकेश सिह, आइजीपी जम्मू
----- शहीदों के परिवारों के प्रति सबसे इज्जत से पेश आना चाहिए। इस प्रकार के दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य नौजवानों में देशभक्ति का जज्बा जगाना है, ताकि वह भी आगे जाकर पुलिस में भर्ती होकर देश की रक्षा करें।
-संजीव वर्मा, मंडलायुक्त
------------ राष्ट्रीय पुलिस दिवस का इतिहास
21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख में चीन की सेना से लोहा लेते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दस कर्मी शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद से देश भर में शहीद होने वाले पुलिस तथा अर्द्धसैनिक बलों की शहादत को सलाम करने के लिए हर वर्ष 21 अक्टूबर को राष्ट्रीय पुलिस दिवस मनाया जाता है।