Cloudburst In Kishtwar-Kargil: PM Modi ने कहा- राहत अभियान को तेजी देने में केंद्र देगा हर संभव सहयोग

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट में कहा है कि केंद्र सरकार स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। प्रभावित इलाकों में हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने बादल फटने की घटना के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी ली।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 12:27 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 01:11 PM (IST)
Cloudburst In Kishtwar-Kargil: PM Modi ने कहा- राहत अभियान को तेजी देने में केंद्र देगा हर संभव सहयोग
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किश्तवाड़ जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि राहत अभियान में कोई कमी ना रखी जाए।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले के डच्चन व लद्दाख के कारगिल जिले के 2 गांव में बुधवार को बादल फटने की घटनाओं से उपजे हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पैनी नजर रखे हुए हैं।

किश्तवाड़, प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है, ऐसे में वह वहां के हालात के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दे रहे हैं। बुधवार सुबह प्रधानमंत्री ने किश्तवाड़ व कारगिल बादल फटने की घटनाओं से उपजे हालात पर हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिलाया।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट में कहा है कि केंद्र सरकार स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। प्रभावित इलाकों में हर संभव सहयोग दिया जा रहा है।

Central Government is closely monitoring the situation in the wake of the cloudbursts in Kishtwar and Kargil. All possible assistance is being made available in the affected areas. I pray for everyone’s safety and well-being.

— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2021

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने बादल फटने की घटना के बाद जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा व डीजीपी दिलबाग सिंह से बात कर मौजूदा हालात के बारे में जानकारी ली। अमित शाह ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में बादल फटने की घटना से प्रभावित अधिक से अधिक लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है।

किश्तवार (J&K) में बादल फटने के संबंध में मैंने जम्मू-कश्मीर के LG और DGP से बात की है। SDRF, सेना और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगा हुआ है, NDRF भी वहाँ पहुँच रही है। अधिक से अधिक लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।

— Amit Shah (@AmitShah) July 28, 2021

वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी किश्तवाड़ हादसे पर दुख जताते हुए अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि किश्तवाड़ (जम्मू-कश्मीर) में बादल फटने की खबर बेहद विचलित करने वाली है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना बचाव कार्य में जुटी हुई है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवदेना जाहिर करते हुए सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आने के लिए कहा।

News of the cloudburst in Kishtwar (J&K) is deeply disturbing. SDRF, NDRF and the Army have swung into action.

My condolences to the grieving families.

I request all BJP workers to extend their help.— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 28, 2021

इसी बीच प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डा जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़ में राहत अभियान की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि डच्चन में बादल फटने की घटना को लेकर उन्होंने डिप्टी कमिश्नर अशोक शर्मा से बातचीत की है। डा जितेंद्र सिंह ने बताया कि डच्चन में बादल फटने से लापता लोगों की संख्या 30 से 40 के बीच हो सकती है। राहत अभियान को तेजी देने के लिए सेना, वायुसेना की मदद लेने के साथ स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की टीमों को भी हरकत में लाया गया है।

वहीं दूसरी ओर उपराज्यपाल प्रशासन भी राहत अभियान को तेजी देकर लोगों को बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किश्तवाड़ जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि राहत अभियान में कोई कमी ना रखी जाए। 

Saddened over loss of precious lives due to flash floods caused by cloud burst in Dacchan, Kishtwar. My thoughts are with bereaved families.— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) July 28, 2021

आपको जानकारी हो कि कारगिल में दो गांवों खंगराल और सांगरा में बादल फटा है। परंतु इसके कारण जानी नुकसान नहीं हुआ है अलबत्ता कुछ मकानों व मिनी पनबिजली परियोजना को क्षति पहुंची है। यह मिनी पनबिजली परियोजना सांगरा में स्थित थी। गांव में बाढ़ का पानी भर गया था परंतु अब यहां जलस्तर काफी कम हो गया है। बचाव कार्य जारी है।

वहीं किश्तवाड़ की डच्चन तहसील के हंजंर गांव में बादल फटने के बाद आई बाढ़ की चपेट में आने से 38 लोग लापता हो गए। यहां सेना, पुलिस, एसडीआरएफ व स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी रखा हुआ है। अभी तक छह लोगों के शव मिल चुके हैं जबकि 12 घायल लोगों को मलवे से निकाला गया है। अभी भी गांव के 20 लोग लापता हैं। बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त दलों को बुलाया गया है।

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