तेंदुए का खौफ: दहशत के साय में जी रहे बाहू क्षेत्र के लोग, मिलेगा तारबंदी का कवच

वन्यजीव संरक्षण विभाग के वार्डन अनिल अत्री का कहना है कि बाहू क्षेत्र संरक्षित जंगल है जहां जंगली जीव तो होंगे ही। लेकिन चिंता यह है कि साथ लगता रिहायशी इलाका भी है। जंगली जीव कहीं भटक के यहां न पहुंच जाए इसका हमें ख्याल रखना है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 09:19 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 09:19 AM (IST)
तेंदुए का खौफ: दहशत के साय में जी रहे बाहू क्षेत्र के लोग, मिलेगा तारबंदी का कवच
जंगली जीव कहीं भटक के यहां न पहुंच जाए, इसका हमें ख्याल रखना है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू शहर के बाहरी क्षेत्र बाहू फोर्ट के जंगल से सटे रिहायशी इलाके पक्का तालाब (नजदीक हायर सेकेंडरी स्कूल) के लोग इन दिनों दहशत के साय में जी रहे हैं। बार बार तेंदुआ दिखने की घटना के बाद यह लोग शाम के बाद घरों से बाहर निकलने से कतराते हैं।

बच्चों को भी शाम के समय घर से बाहर खेलने की मनाही की गई है। ऐसे में यह बच्चे घरों में दुबके रहते हैे। यहां पर तकरीबन 35 घर हैं जोकि जंगल के एकदम करीब हैं। वहीं बाहू क्षेत्र में आए दिन तेंदुआ कहीं न कहीं प्रकट रहा है। एक बार तो किसी के घर पर भी दस्तक देकर कुत्ते के प्राण ले चुका है। पिछले सप्ताह भर में ही छह सात बार तेंदुए को बाहू के जंगलों के आसपास मंडराते हुए लोगों ने देखा।

लोगों का कहना है कि यहां एक नही दो तीन तेंदुए हो सकते हैं। पिछले दिनों तो तेेंदुआ शावक के साथ भी देखा था। लोगों को डर है कि कहीं तेंदुआ लोगों के घरों में पहुंच कर हमले न कर दे। अपने बचाव के लिए लोग घरों में पटाखे रखे रहे हैं और रात के समय चलस भी रहे हैं, ताकि तेंदुआ आगे पीछे हो तो भाग जाए।

हालांकि लोगों की सुरक्षा के लिए वन्यजीव संरक्षण विभाग की एक टीम पहले ही यहां पर तैनात की गई है । वहीं तेंदुए को काबू करने के लिए जंगल वाले हिस्से में जंगले फिट किए गए हैं। लेकिन अभी तक तेंदुआ पकड़ में नही आ पाया है। वन्यजीव संरक्षण विभाग के वार्डन अनिल अत्री का कहना है कि बाहू क्षेत्र संरक्षित जंगल है, जहां जंगली जीव तो होंगे ही। लेकिन चिंता यह है कि साथ लगता रिहायशी इलाका भी है। जंगली जीव कहीं भटक के यहां न पहुंच जाए, इसका हमें ख्याल रखना है।

क्या कहते हैं लोग

सब्ज राम ने स्वयं घर के नजदीक तेंदुआ देखा। उनका कहना है कि वह पूरी तरह से डरे हुए हैं। तेंदुआ कभी भी दोबारा आ सकता है। इसलिए शाम को घरों से बाहर नही आते। हमें सुरक्षा का भरोसा दिलाया जाए। वहीं चैन सिहं का परिवार भी तेंदुए को देख चुका है। उनकी लड़की ने 15 फुट की दूरी पर जब तेंदुए को देखा तो शोर मचाया। चैन सिंह का कहना है कि अब पूरे मोहल्ले के लोग दहशत में जी रहे हैं। बच्चे बाहर खेलने नही जा सकते। हर पल डर साबना रहता हे। प्रेम कुमार जोकि मोहल्ला प्रधान भी हैं, ने मांग की कि घनी तारबंदी होनी चाहिए ताकि यह लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें। वहीं कहा कि जब तक तेंदुआ काबू में नही आ जाता, यहां पर वन्यजीव संरक्षण विभाग व पुलिस की गश्त रहनी चाहिए। इस मोहल्ले में अधिकतर गरीब लोग रहते हैं। अनेकों के घर भी बहुत अच्छे नही हैं। वन्यजीवों से इनकी सुरक्षा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। यहां बार बार दिखने वाले तेंदुए को काबू करने की जरूरत है। यह लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। -शाम लाल बस्सन, कारेपोरेटर बाहू फोर्ट बाहू के रिहायशी इलाकों को मिलेगा तारबंदी का कवच: बाहू फोर्ट क्षेत्र में जंगल के साथ सटे मौहल्ले के आगे तारबंदी की जाएगी। यह इसलिए ताकि कोई भी जंगली जीव इस मोहल्ले में घुस न पाए। डीएफओ अर्बन को यह निर्देश दिए गए हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों से भी बातचीत हुई है। यहां जल्दी से जल्दी तारंबदी हो जाए, यही हमारा प्रयास रहेगा। - चंद्र मोहन गुप्ता, मेयर जम्मू नगर निगम 

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