Jammu : खुद विकास को तरस रहा कनाल का पंचायत घर, लोगों ने की बनाने की मांग
कीड़े मकोड़ों के डर से पंचायत प्रतिनिधि पंचायत परिसर में भी जाने से कतराते हैं। इसी अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस पंचायत का पंचायत घर खुद विकास के लिए तरस रहा हो वहां विकास कार्य कैसे संभव है।
संवाद सहयोगी, बिश्नाह : पंचायत राज के गठन के बावजूद पंचायत कनाल को पंचायत घर नसीब नहीं हुई। इस पंचायत में बना पंचायत घर छह साल पहले ही गिर चुकी है और परिसर में इतनी ज्यादा जड़ी-बूटी उग आई है कि उसमें कीड़े मकोड़ों ने अपना अड्डा बना रखा है।
कीड़े मकोड़ों के डर से पंचायत प्रतिनिधि पंचायत परिसर में भी जाने से कतराते हैं। इसी अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस पंचायत का पंचायत घर खुद विकास के लिए तरस रहा हो वहां, विकास कार्य कैसे संभव है। पंचायत के पंच वकील सिंह ने कहा कि हमें अपना पंचायत घर दिखाते शर्म आती है। हमें लोगों के मसले सुलझाने के लिए पंचायत घर के बजाय सड़क पर ही बैठना पड़ता है, क्योंकि मेरी पंचायत कनाल का पंचायत घर गिरे हुए छह साल हो गए हैं और जो बाकी बचा है वह कभी भी गिर सकता है। इसके लिए हमने कई बार ब्लॉक डेवलपमेंट अधिकारी बिश्नाह, डीसी जम्मू डिवकाम को इस बारे में बताया है कि वह इतनी बड़ी पंचायत का पंचायत घर बनवा कर दिया जाए, ताकि लोगों के मसले बैठकर सुलझाए जा सकें।
इस पंचायत में सात गांव आते हैं लेकिन सात गांव के पंच-सरपंच बैठकर लोगों की फरियाद नहीं सुन सकते। लोग सरपंच-पंचों के घर पर ही आकर बात करते हैं। लिहाजा प्रशासन से मांग है कि जल्दी से जल्दी यहां पर एक पंचायत घर का निर्माण करवा कर दें ताकि लोगों के मसले यहां हल किए जा सकें। बाकी हवा में लटक रहे पंचायत घर को तोड़ा जाए नही तो वहां कोई हादसा हो सकता है।