आइएसआइ रच रहा साजिश; आम लोगों की हत्या कर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का कर सकते हैं प्रयास Jammu News
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने भी गत दिनों बताया था कि पाकिस्तानी सेना के सहयोग से आतंकी रोजाना घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वह पूरी तरह नाकाम हो रहे हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी में अपने नापाक मंसूबे पूरे न होते देख पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने अब जम्मू को निशाना बनाने की साजिश रची है। आइएसआइ जम्मू प्रांत में महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के अलावा कुछ इलाकों में धर्मस्थलों पर हमला करने व आम लोगों की हत्या कर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाना चाहती है। इसके लिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के करीब सात आतंकियों को अलग-अलग गुटों में घुसपैठ कराने का प्रयास किया जा रहा है। अपने मंसूबे को पूरा करने के लिए ही पाकिस्तान सरकार ने जैश के सरगना अजहर मसूद को भी गत माह चुपचाप तरीके से रिहा कर दिया है। वहीं, इस सूचना के बाद सीमा से लेकर अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की खफिया एजेंसी जम्मू प्रांत में जिला पुंछ, सांबा, हीरानगर और बाड़ी ब्राह्मणा के अलावा जम्मू के निकट दो सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की फिराक में हैं। जिन सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का पाकिस्तानी सेना ने मंसूबा रचा है, वह एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा से ज्यादा दूरी पर नहीं हैं। इन हमलों के लिए घुसपैठ कराने की कोशिश की जा रही है। ये आतंकी कश्मीर में पहले से ही सक्रिय लश्कर व जैश के कैडर की मदद से इन हमलों को अंजाम देने की फिराक में हैं। दक्षिण कश्मीर में सक्रिय स्थानीय और विदेशी आतंकियों को इन हमलों के लिए आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। आतंकियों के निशाने पर रेलवे स्टेशन और जम्मू के कुछ भीड़ भरे इलाके भी बताए जा रहे हैं।
यही नहीं, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी और गुलाम कश्मीर बैठे आतंकी सरगना जम्मू कश्मीर में सक्रिय अपने कैडर को मौका मिलते ही कुछ खास धर्मस्थलों को निशाना बनाने के अलावा एक वर्ग विशेष से संबंधित लोगों की हत्या के लिए भी उकसा रहे हैं। इस आशय के कई रेडियो संदेश भी बीते एक सप्ताह के दौरान पकड़े गए हैं। पाकिस्तानी सेना द्वारा रची जा रही साजिश का खुलासा गत 21 अगस्त को गुलमर्ग सब सेक्टर में पकड़े गए दो पाकिस्तानी आतंकियों ने भी पूछताछ में किया है।
घुसपैठ को तैयार बैठे आतंकी :
करीब 50 आतंकी गुलमर्ग सबसेक्टर के सामने पाकिस्तानी इलाके मे कचबरन के पास ही घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। पाकिस्तानी सेना जोहली, बारगी और न्य बाथला, केल व गड़ी दुपट्टा, मनशेरा में अपनी चौकियों से घुसपैठियों को जम्मू कश्मीर की सीमा में धकेलने का प्रयास कर रही है।
सांप्रदायिक तनाव पैदा कर लोगों में डर पैदा करने की साजिश :
सूत्रों ने बताया कि कश्मीर घाटी में सक्रिय पाकिस्तानी एजेंट और आतंकी बीते एक माह के दौरान अपनी मांद से भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। लोग भी उनके खिलाफ पहली बार लामबंद नजर आ रहे हैं। इसलिए आइएसआइ चाहती है कि कश्मीर के बजाय जम्मू में किसी सनसनीखेज वारदात को अंजाम देकर पूरे राज्य में सांप्रदायिक उन्माद पैदा कर हालात बिगाड़कर लोगों में डर पैदा किया जाए। इस सूचना के बाद एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में विशेष नाके लगाए गए हैं। घुसपैठ रोधी तंत्र भी मजबूत किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लो ने भी किया था आगाह :
श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने भी गत दिनों बताया था कि पाकिस्तानी सेना के सहयोग से आतंकी रोजाना घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वह पूरी तरह नाकाम हो रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना के बैट दस्ते ने भी कई बार हमले का प्रयास किया, जिसे हमारे सजग जवानों ने नाकाम बनाया। बैट के कई सदस्य मारे गए हैं और उनके शव आज भी उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर पड़े हुए हैं।