Jammu Farmers: धान रोपाई का सीजन आया, नहीं मिल रहे कृषि मजदूर-किसान परेशान

कोराना के चलते लगे लॉक डाउन में हालांकि कृषि से संबंधित कामकाज आगे बढ़ रहे हैं। खाद बीज व दूसरी खेती की सुविधाएं किसानों तक पहुंच रही हैं। लेकिन जब तक कृषि मजदूर बाहरी राज्यों से नही आएंगे खेती का काम कैसे आगे बढ़ सकेगा।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 03:34 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 03:34 PM (IST)
Jammu Farmers: धान रोपाई का सीजन आया, नहीं मिल रहे कृषि मजदूर-किसान परेशान
कई किसानों ने धान की पनीरी उगाने का काम आरंभ कर दिया है।

जम्मू, जागरण संवाददाता । जैसे जैसे समय गुजरता जा रहा है, किसानों की नींद भी उड़ने लगी है। क्योंकि धान की रोपाई का सीजन तो आ गया लेकिन कृषि मजदूरों के जम्मू पहुंचने की कोई उम्मीदें किसानों को नजर नही आ रही। ऐसे में धान की रोपाई कैसे हो पनाएगी, यही चिंता किसानों को सता रही है। कई किसानों ने धान की पनीरी उगाने का काम आरंभ कर दिया है। कुछ ही दिनों में रोपाई का काम काम आरंभ हो जाना है।

कोराना के चलते लगे लॉक डाउन में हालांकि कृषि से संबंधित कामकाज आगे बढ़ रहे हैं। खाद बीज व दूसरी खेती की सुविधाएं किसानों तक पहुंच रही हैं। लेकिन जब तक कृषि मजदूर बाहरी राज्यों से नही आएंगे, खेती का काम कैसे आगे बढ़ सकेगा। हर साल इन दिनों उत्तर प्रदेश, बिहार उड़ीसा, पंजाब, मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में कृषि मजदूर जम्मू पहुंचते हैं और इनके जरिए ही धान की रोपाई का काम आगे बढ़ता है। हालांकि बासमती धान की रोपाई अभी कुछ देरी से होगी लेकिन सामान्य धान लगाने का समय तो आ गया है।

कृषि मजदूरों की कमी को देखते हुए किसान धान की रोपाई के दूसरे विकल्पों पर भी नजर दौड़ाने लगे हैं। कुछ तो पेडी प्लांटर मशीन पर भी नजर रखे हुए हैं। इस मशीन के जरिए सीधे जमीन में ही बीज डाल दिया जाता है और किसानों को पनीरी लगाने व धान की रोपाई करने के झंझट से छुटकारा मिल जाता है। नंदपुर के किसान विजय चौधरी का कहना है कि पिछले साल भी कोरोना के कारण कृषि मजदूर नही आए थे। ऐसा ही इस साल है और किसानों के लिए एक संकट का समय आ गया है। बन रही परिस्थितियों से निपटने के लिए कृषि विभाग को ही युक्त लगानी होगी।

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