Jammu: हृदयघात से शराब विक्रेता की माैत, परिजनों ने नई आबकारी नीति को बताया वजह

New Excise Policy 2021 वहीं जम्मू वाइन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता सरदार चरणजीत सिंह ने इस हादसे पर दुख प्रकट करते हुए कहा है कि हमने तो पहले ही ऐसी आशंका जताते हुए लोगों से रोजगार न छीनने की अपील की थी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 09:24 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 09:24 AM (IST)
Jammu: हृदयघात से शराब विक्रेता की माैत, परिजनों ने नई आबकारी नीति को बताया वजह
चरणजीत सिंह के अनुसार ऐसे कई लोग है जिनके पास रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं बचा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: पुराने शहर के पक्का डंगा में शराब की दुकान चलाने वाले सरदार अवतार सिंह अरोड़ा की हृदयघात से मौत हो गई है। नई आबकारी नीति आने से पहले वह पक्का डंगा में एएस वाइन शॉप के नाम से शराब की दुकान चलाते थे।

परिजनों का आरोप है कि 60 साल के अवतार सिंह उम्र के इस मोड़ पर रोजी-रोटी छिनने से काफी आहत थे और पिछले डेढ़ महीने से मानसिक तनाव में थे और इसी तनाव के चलते उनकी मौत हुई। परिजनों ने जम्मू-कश्मीर सरकार पर उनके पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार ने एक परिवार से उनका हरनुमा छीन लिया है।

परिजनों का आरोप है कि अवतार सिंह पूरी तरह से स्वस्थ थे लेकिन उनके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। सरकार जब से नई आबकारी नीति लेकर आई थी, उस दिन से लगातार वे तनाव में थे क्योंकि जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे होने के कारण उन्हें रोजी-रोटी का कोई दूसरा जुगाड़ नहीं मिल रहा था। परिजनों का आरोप है कि सरकार की तानाशाही से ही अवतार सिंह इतने तनावग्रस्त हुए कि उनकी हृदयघात से मौत हो गई।

सरदार अवतार सिंह अबरोल के बेटे गगनदीप सिंह ने सरकार पर उनसे उनका पिता छीनने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस दुकान के सहारे उनकी जिंदगी आराम से कट रही थी। उनके पास रोजी-रोटी का यहीं एकमात्र साधन था। सरकार ने अचानक उनके पिता से कमाई का जरिया छीन कर उन्हें आर्थिक संकट में डाल दिया और इसी आर्थिक संकट के कारण वो तनाव में आ गए थे।

गगनदीप सिंह की माने तो जिस दिन से सरकार ने पुरानी शराब की दुकानें बंद करके नीलामी से नई दुकानें खोलने की प्रक्रिया शुरू की थी, उनके पिता परेशान थे। पहले तो उन्हें लग रहा था कि शायद सरकार उनके जैसे दुकानदारों के बारे में कुछ सोचेगी लेकिन ई-नीलामी प्रक्रिया पूरी होने व दुकानों के लाइसेंस अलाट होने की प्रक्रिया शुरू होने से उनकी उम्मीदें टूट गई और अब पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

वहीं जम्मू वाइन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता सरदार चरणजीत सिंह ने इस हादसे पर दुख प्रकट करते हुए कहा है कि हमने तो पहले ही ऐसी आशंका जताते हुए लोगों से रोजगार न छीनने की अपील की थी। चरणजीत सिंह ने कहा कि सरकार ने 140 करोड़ रुपये के राजस्व के लिए लगभग 140 लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ किया है। या यूं कह ले कि एक-एक करोड़ रुपये में एक आदमी की जिंदगी बेच दी है।

चरणजीत सिंह के अनुसार ऐसे कई लोग है जिनके पास रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं बचा है। वे सभी मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। आने वाले दिनों में ऐसी कई और खबरें भी सुनने को मिल सकती है और ऐसी मौतों के लिए जम्मू-कश्मीर की सरकार जिम्मेदार होगी।

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