Militancy In Kashmir : कश्मीर घाटी में ऑपरेशन ऑल-आउट ने पकड़ी रफ्तार, सात महीनों में 90 आतंकी ढेर

Militancy in Kashmir जम्मू कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अगस्त 2017 से जुलाई 2017 और अगस्त 2019 से जुलाई 2021 तक के हालात का आकलन करेंगे तो कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में 72 फीसद कमी आयी है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 08:21 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:41 AM (IST)
Militancy In Kashmir : कश्मीर घाटी में ऑपरेशन ऑल-आउट ने पकड़ी रफ्तार, सात महीनों में 90 आतंकी ढेर
अगस्त 2019 से जुलाई 2021 तक कानून व्यवस्था से संबधित हुई 382 घटनाओं में एक भी नागरिक नहीं मारा गया

श्रीनगर, राज्य ब्यूरोे। कश्मीर घाटी को फिर से जन्नत बनाने केे लक्ष्य के साथ सुरक्षाबलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ऑल-आउट ने रफ्तार पकड़ना शुरू कर दी है। अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद से घाटी मेंं काफी बदलाव देखने को मिला है। स्थानीय स्तर पर आए दिन मुद्दों को लेकर होने जहां धरना-प्रदर्शन, पत्थरबाजी का सिलसिला खत्म हुआ तो वहीं आतंकवादी विरोधी अभियानों में भी तेजी आई है। इस वर्ष अब तक विभिन्न अभियानों में 90 आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि इसी अवधि के दौरान 73 नए आतंकी भी बने हैं। अलबत्ता, समग्र सुरक्षा परिदृश्य में बीते दो सालों के दौरान व्यापक सुधार आया है और बीत दो सालों के दौरान कानून व्यवस्था से जुड़ी घटनाओं का अगर आकलन किया जाए तो 72 फीसद कमी है।

जम्मू कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अगस्त 2017 से जुलाई 2017 और अगस्त 2019 से जुलाई 2021 तक के हालात का आकलन करेंगे तो कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में 72 फीसद कमी आयी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विभिन्न आतंकरोधी अभियान में मारे गए 90 आतंकियों में से 51 लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रखते थे जबकि हिजबुल मुजाहिदीन के इस साल अब तक सिर्फ 20 आतंकी मारे गए हैं। अल-बदर के छह आतंकी पहली जनवरी 2021 से 31 जुलाई 2021 के बीच मार गए हैं। इसी अवधि में जैश के आठ, अंसार गजवातुल हिंद के तीन और आईएसजेके के दो आतंकी मारे गए हैं।

इस साल जुलाई में ही सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में 15 विभिन्न मुठभेड़ों में करीब 31 आतंकवादियों को मार गिराया था। मारे गए 31 आतंकियों में त्राल पुलवामा का नीशाज लोन, सदूरा अनंतनाग का आरिफ हाजम, हेफ शोपियां का इश्फाक डार, पाकिस्तानी आतंकी एजाज उर्फ अबू हुरैरा, सोपोर का फैयाज वार, बांडीपोरा का शारिक बाबा और चैक-ए-चोलैंड सोपोर का आमिर मीर शामिल है। ये सभी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े कमांडर थे।

उन्होंने बताया कि अगस्त 2017 से जुलाई 2019 तक कानून व्यवस्था से संबधित 1394 घटनाएं हुई थी जिनमें 27 नागरिक और चार सुरक्षाकर्मी मारेे गए थे। अगस्त 2019 से जुलाई 2021 तक कानून व्यवस्था से संबधित हुई 382 घटनाओं में एक भी नागरिक नहीं मारा गया है और न काेई सुरक्षाकर्मी।

अगस्त 2017 से जुलाई 2019 के अंत तक 383 कश्मीरी युवक आतंकी बने थे जबकि अगस्त 2019 से जुलाई 2021 के अंत तक 252 कश्मीरी लड़के आतंकी बने हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त 2017 से जुलाई 2019 तक 135 नागरिक और अगस्त 2019 से जुलाई 2021 तक 72 नागरिक मारे गए हैं। अगस्त 2017 से जुलाई 2019 तक 202 पुलिसकर्मी व सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और अगस्त 2019 से जलाई 2021 तक 76 पुलिसकर्मी व सुरक्षाकर्मी विभिन्न आतंकी घटनाओं में शहीद हुए हैं। 

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