Jammu Kashmir: सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुरू हुई ओपीडी सेवा, एक और मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि

जम्मू के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सोमवार को एक बार फिर से ओपीडी सेवाएं बहाल हो गई। हालांकि मरीजों को अपनी जांच करवाने के लिए डाक्टरों से पहले से समय लेना पड़ा। टेलीफोन नंबरों पर पंजीकरण करवाने वालों की ही जांच हुई।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 08:16 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 08:16 PM (IST)
Jammu Kashmir: सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुरू हुई ओपीडी सेवा, एक और मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि
अभी तक के आंकड़ों के अनुसार जम्मू जिले में सबसे अधिक मरीज हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सोमवार को एक बार फिर से ओपीडी सेवाएं बहाल हो गई। हालांकि मरीजों को अपनी जांच करवाने के लिए डाक्टरों से पहले से समय लेना पड़ा। टेलीफोन नंबरों पर पंजीकरण करवाने वालों की ही जांच हुई।

अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने के बाद यहां पर दो महीनों से ओपीडी सेवाएं बंद कर दी थी। दो दिन पहले ही यह तय हुआ कि अस्पताल में सभी विभागों में डाक्टर एक दिन में पच्चीस-पच्चीस से अधिक मरीजों की जांच नहीं करेंगे। इस अस्पताल में कार्डियालोजी, नेफरालोजी, सीटीवीएस, न्यूरालोजी, न्यूरो सर्जरी, एंडोक्रेनालोजी, यूरालोजी विभाग है। इन सभी में जांच के लिए विभाग ने पहले से ही टेलीफोन नंबर जारी किए हैं।

अस्पताल में जांच के लिए आने वाले सभी मरीजों के लिए मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य था। यही नहीं मरीजों के लिए बाहर सैनिटाइजर भी रखे गए थे। इसके बाद ही मरीजों को जांच के लिए जाने दिया जा रहा था। अस्पताल प्रशासन के अनुसार ओपीडी पूरे प्रोटोकाल को अपना कर शुरू की गई। कई मरीज जांच के लिए आए हुए थे। वहीं मनोरोग अस्पताल में शनिवार को ही ओपीडी सेवा शुरू हो गई थी।

जम्मू-कश्मीर में ब्लैक फंगस के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सोमवार को एक और मरीज में इस फंगस की पुष्टि हुई है। इसेे मिलाकर अब तक 16 लोगों में अधिकारिक तौर पर ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। वहीं सात संदिग्ध मामले भी हैं। अभी तक 23 मामलों में से चार मरीजों की मौत हो चुकी है।

नेशनल हेल्थ मिशन के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को एक और मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। हालांकि मरीज किस जिले का रहने वाला है, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। मगर अभी तक के आंकड़ों के अनुसार जम्मू जिले में सबसे अधिक मरीज हैं। डाक्टरों के अनुसार जिस मरीज में फंगस की पुष्टि हुई, वह भी कोरोना संक्रमित था और स्टेरायड के कारण इसका मधुमेह का स्तर बढ़ गया था। इस कारण भी उसमें ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है।

chat bot
आपका साथी