Political Conflict : वर्चस्व की राजनीति में खुद की जगहंसाई करा रहे नेताजी
सोमवार को फिर विधीपुर में एक ही सड़क का पहले सुचेतगढ़ के बीडीसी सदस्य ने निर्माण कार्य शुरू कराया फिर सुचेतगढ़ के ही बीडीसी चेयरमैन ने भी औपचारिक रूप से निर्माण कार्य का शुभारंभ कराया। यह मामला क्षेत्र में हंसी मुद्दा बन गया है।
आरएसपुरा, संवाद सहयोगी: सीमावर्ती क्षेत्र में वर्चस्व की राजनीति में नेताजी खुद की जगहंसाई करा रहे हैं। दो दिन पहले सुंदरपुर से बडय़ाल तक जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाने को लेकर सुचेतगढ़ के डीडीसी सदस्य और आरएसपुरा के बीडीसी चेयरमैन में झड़प हो गई थी, जिसमें पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा था। वहीं सोमवार को फिर विधीपुर में एक ही सड़क का पहले सुचेतगढ़ के बीडीसी सदस्य ने निर्माण कार्य शुरू कराया फिर सुचेतगढ़ के ही बीडीसी चेयरमैन ने भी औपचारिक रूप से निर्माण कार्य का शुभारंभ कराया। यह मामला क्षेत्र में हंसी मुद्दा बन गया है।
सीमावर्ती क्षेत्र सुचेतगढ़ में सड़क पक्का करवाने के नाम पर अब राजनीति गर्माने लगी है। भाजपा के सरपंच, बीडीसी चेयरमैन और सुचेतगढ़ के निर्दलीय डीडीसी सदस्य तरनजीत सिंह के बीच सड़कों के काम शुरू करवाने को लेकर होड़ लगी हुई है। दोनों श्रेय लेने के लिए उतावले दिख रहे हैं। हद तो तब हो गई, जब सोमवार को एक ही सड़क का एक ही दिन में दो बार अलग-अलग काम शुरू करवाया गया।
सुचेतगढ़ के डीडीसी सदस्य सरदार तरनजीत सिंह टोनी ने निर्माण कार्य शुरू कराने के बाद कहा कि उन्होंने स्थानीय सरपंच सहित बीडीसी चेयरमैन को आमंत्रित किया था, पर वे नहीं आए। फिर कुछ ही देर बाद इस एक किलोमीटर लंबी सड़क पर तारकोल डलने का काम सुचेतगढ़ के ही भाजपा के बीडीसी चेयरमेन तरसेम सिंह ने स्थानीय सरपंच देस राज के साथ काम आरंभ करवाया। बीडीसी चेयरमैन तरसेम सिंह ने कहा कि सीमावर्ती गांव को जोडऩे वाली एक किलोमीटर सड़क के पक्का होने पर सुरक्षाबलों को भी इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सुचेतगढ़ के पूर्व विधायक चौ. शाम लाल द्वारा इस सड़क को पक्का करवाए जाने के लिए दो वर्ष आरवीएम डलवाया था और अब तारकोल डलवाए जाने पर 14 लाख रुपये खर्च होंगे। इस दौरान सुचेतगढ मंडल भाजपा प्रधान गार सिंह, पंचायत के सरपंच देसराज, नायब सरपंच जनक राज, पंच दर्शन लाल, पूर्व सरपंच जसबीर समोत्रा, सरपंच ओंमकार ङ्क्षसह सहित भाजपा के कई पद अधिकारी व क्षेत्र के ग्रामीण भी मौजूद रहे।