सवा करोड़ जनसंख्या वाले जम्मू-कश्मीर में डेढ़ करोड़ टेस्ट, लगातार टेस्टिंग व वैक्सीनेशन से कम हुए कोरोना संक्रमण के मामले

जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या सवा करोड़ है। वहीं अब तक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एक करोड़ 57 लाख पचास हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। जनसंख्या के लिहाज से टेस्ट करने में जम्मू-कश्मीर अग्रणी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:55 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:55 PM (IST)
सवा करोड़ जनसंख्या वाले जम्मू-कश्मीर में डेढ़ करोड़ टेस्ट, लगातार टेस्टिंग व वैक्सीनेशन से कम हुए कोरोना संक्रमण के मामले
अब श्रीनगर जिलेे को छोड़ दिया जाए तो सभी जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले कम हुए हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। सवा करोड़ की जनसंख्या वाले जम्मू-कश्मीर में कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग सक्रिय होकर काम कर रहा है। यही कारण है कि विभाग ने कोरोना की जांच के लिए डेढ़ साल में अब तक डेढ़ करोड़ से अधिक टेस्ट किए हैं। इनमें आरटीपीसीआर और रैपिड टेस्ट दोनों ही शामिल हैैं। हालांकि अब मामले कम आने के बाद हर दिन औसतन तीस से चालीस हजार टेस्ट हो रहे हैं। पहले यह संख्या पचास से साठ हजार के बीच होती थी।

जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या सवा करोड़ है। वहीं अब तक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एक करोड़, 57 लाख, पचास हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। जनसंख्या के लिहाज से टेस्ट करने में जम्मू-कश्मीर अग्रणी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल है। सिर्फ जम्मू जिले में ही बीस लाख से अधिक टेस्अ हो चुके हैं। टेस्ट अस्पतालों के अलावा रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों और जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर में हो रहे हैं। इस समय औसतन साठ से नब्बे लोगों में हर दिन संक्रमण की पुष्टि हो रही है। लेकिन टेस्ट अभी भी चालीस हजार के करीब हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि अधिक से अधिक टेस्ट करके ही कोरोना के मरीजों का पता लगाया जा सकता है। इसीलिए जम्मू-कश्मीर में टेस्टों पर जोर दिया गया। इससे संक्रमित व्यक्ति का पता चला और उसके संपर्क में आने वालों का भी पता लगाकर सभी का इलाज किया गया। यही कारण है कि अब श्रीनगर जिलेे को छोड़ दिया जाए तो सभी जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले कम हुए हैं।

कठुआ, किश्तवाड़ और शोपियां जिले पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं जबकि ऊधमपुर, रामबन, कुलगाम, राजौरी, गांदरबल जैसे जिले भी कोरोना मुक्त होने की कगार पर हैं। टीकाकरण में भी आगेजम्मू-कश्मीर टीकाकरण में भी आगे हैं। जिले में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है। वहीं 44 लाख से अधिक लोगों को दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है। एक सप्ताह में दूसरी डोज लेने वाले लोगों की संख्या भी पचास फीसद के पार हो जाएगी। परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डा. सलीम-उर-रहमान का कहना है कि जम्मू-कश्मीर टीकाकरण करने वाले उन राज्यों में शामिल है जहां पर सबसे अधिक लोग टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। दूसरी डोज लगानेे पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। - 

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