Jammu Kashmir: उमर अब्दुल्ला ने कहा-खुशहाली का जरिया बनेगा जंगबंदी का समझौता
यह एक स्वागतयोग्य कदम है और इसे आगे ले जाना चाहिए। उमर ने कहा कि हम सभी लोग यहा 4जी इंटरनेट सेवा की बहाली की माग करते थे लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया। फिर अचानक केंद्र सरकार ने इसे बहाल कर दिया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: नेशनल काफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से जंगबंदी बहाल करने पर सहमति का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को लेकर दोनों मुल्कों के बीच जो अब समझ बढ़ रही है, वह इस पूरे क्षेत्र में शाति और खुशहाली का जरिया बनेगी। नेका मुख्यालय में पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में उमर ने कहा कि बीते कुछ दिनों में भारत-पाकिस्तान ने जो रवैया अपनाया है, उससे पता चलता है कि दोनों की सोच में कुछ बदलाव आया है। जो हालात हम देख रहे हैं, उससे पता चलता है कि दोनों ने अपनी नीतियों में व्यापक बदलाव लाते हुए सभी विवादों को शातिपूर्ण तरीके से हल करने को प्राथमिकता देने का फैसला किया है।
यह एक स्वागतयोग्य कदम है और इसे आगे ले जाना चाहिए। उमर ने कहा कि हम सभी लोग यहा 4जी इंटरनेट सेवा की बहाली की माग करते थे, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया। फिर अचानक केंद्र सरकार ने इसे बहाल कर दिया। बात यहीं तक सीमित नहीं है, फिर अचानक ही भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर पर बातचीत भी सामने आई और दोनों देशों ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शाति बहाल रखने का फैसला किया। कोई इसके बारे में सोच नहीं सकता था।
फिर अचानक ही मीरवाइज उमर फारुक की नजरबंदी समाप्त करने की बात सामने आई। यह सभी घटनाएं महज संयोग नहीं हो सकतीं। यह भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती समझ और सहयोग का प्रतीक है। नेका उपाध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आम लोगों के बीच जाकर संगठन को मजबूत बनाने का आग्रह करते हुए कहा कि जिला विकास परिषद के चुनावों ने साबित कर दिया है कि नेशनल काफ्रेंस आज भी लोगों के दिलों में है।
हमें जनता की उम्मीदों को पूरा करना है। उनकी पार्टी कभी भी अपने राजनीतिक एजेंडे से समझाता नहीं करेगी।