जम्‍मू-कश्‍मीर घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या 327 तक पहुंची

आतंकियों की बढ़ती तादाद की पुष्टि करते एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगस्त की शुरुआत में तैयार की गई सूची के मुताबिक घाटी में 327 आतंकी सक्रिय हैं।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 10:01 AM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 11:39 AM (IST)
जम्‍मू-कश्‍मीर घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या 327 तक पहुंची
जम्‍मू-कश्‍मीर घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या 327 तक पहुंची

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। ऑपरेशन ऑल आऊट की सफलता के किए जा रहे दावों के बीच घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या 327 तक पहुंच गई, यह तादाद बीते 11 बरसों में सबसे ज्यादा है। 2007 के दौरान घाटी में सक्रिय आतंकियों की तादाद 70-80 तक सिमट गई थी जो बाद में बढ़ते हुए 175-200 के बीच रही। 2013 से 2017 तक आतंकियों की तादाद 200 -250 तक रही।

आतंकियों की बढ़ती तादाद की पुष्टि करते एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगस्त की शुरुआत में तैयार की गई सूची के मुताबिक घाटी में 327 आतंकी सक्रिय हैं। इनकी तादाद बढ़ भी सकती है क्योंकि भर्ती लगातार बढ़ रही है। बीते साल कश्मीर में 126 लड़के आतंकी बने थे जबकि इस साल यह आंकड़ा 140 पार कर चुका है।

उन्होंने बताया कि 327 सक्रिय आतंकियों में 211 स्थानीय हैं और 116 विदेशी। दक्षिण कश्मीर में सक्रिय 181 आतंकियों में 166 स्थानीय हैं जबकि उत्तरी कश्मीर में सक्रिय 129 में 35 स्थानीय और 94 विदेशी आतंकी हैं। मध्य कश्मीर के तीन जिलों श्रीनगर, बडगाम और गांदरबल में नौ स्थानीय आतंकी सक्रिय हैं। सबसे ज्यादा 141 आतंकी लश्कर से संबधित हैं जबकि हिजबुल मुजाहिदीन में 128 आतंकी हैं। शेष आतंकी जैश-ए-मोहममद, अल-बदर, गजवा-ए-हिंदू, हरकत व तहरीकुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए हैं। 

गौरतलब है कि ऑपरेशन ऑल आऊट के तहत सुरक्षाबलों ने बीते साल 200 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था जबकि इस साल पूरी वादी में 142 के करीब आतंकी मारे गए हैं।’

ऑपरेशन ऑल आउट के बावजूद बढ़ रही आतंकियों की तादाद 

पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के उप प्रधान उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में आतंकवाद में तेजी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा है कि सक्रिय आतंकियों की संख्या 300 से अधिक होना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व एनडीए की उपलब्धि है।

इस समय कश्मीर में पंचायत व निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियों में आतंकी घटनाओं में तेजी, पुलिस के जवानों पर हमले और उनके रिश्तेदारों को अगवा किए जाने के बाद कश्मीर की पार्टियां सुरक्षा हालात को लेकर केंद्र सरकार को निशाना बना रही हैं।

उमर ने सोमवार को सोशल साइट ट्वीटर पर लिखा है कि एक दशक में पहली बार कश्मीर में आतंकियों की संख्या में इतनी बढ़ोतरी हुई है। वहीं, एक फॉलोअर की प्रतिक्रिया के जवाब में उन्होंने लिखा है कि यह अच्छा सवाल है कि पिछले कुछ वर्षो में आतंकियों की संख्या ज्यादा कैसे हो गई। उन्होंने आतंकियों की संख्या में आई तेजी के मसले पर भाजपा-पीडीपी की पूर्व सरकार को भी घेरा है।

उन्होंने यह प्रश्न भी पूछा कि बताया जाए जब मैंने मुख्यमंत्री का पद छोड़ा था, तब कश्मीर में कितने आतंकी थे। यह भी बताया जाए कि एनडीए, भाजपा-पीडीपी के कार्यकाल में कितने युवा आतंकी बन गए। उमर ने आतंकियों की संख्या संबंधी एक समाचार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह लिखा है। 

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