क्लस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू के खिलाफ NSUI का प्रदर्शन, पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की

प्रदर्शन कर रहे कुछ विद्यार्थियों के हाथ में उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो काॅपी भी थी जिनको दिखाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी अच्छे से जांच भी नहीं की गई है। यूनिवर्सिटी ने वादा किया था कि उनके अंक दोगुने कर दिए जाएंगे लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:55 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:55 PM (IST)
क्लस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू के खिलाफ NSUI का प्रदर्शन, पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की
एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने इस दौरान डोगरा चौक को बंद करने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया

जम्मू, जागरण संवाददाता । पहले व दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में विद्यार्थियों को कम अंक मिलने व पेपरों की सही से जांच न करने का आरोप लगाते हुए एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने क्लस्टर यूनिवर्सिटी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी मैदान के बाहर विद्यार्थियों के साथ मिलकर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने इस दौरान डोगरा चौक को बंद करने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया जिसके बाद विद्यार्थियों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू हो गई। वहीं विद्यार्थियों को आगे बढ़ता देख पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और बसों में बिठाकर पुलिस उन्हें जिला पुलिस लाइन ले आई जहां कुछ देर बिठाने के बाद पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया।

प्रदर्शन कर रहे कुछ विद्यार्थियों के हाथ में उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो काॅपी भी थी जिनको दिखाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी अच्छे से जांच भी नहीं की गई है। वहीं विद्यार्थियों का कहना था कि यूनिवर्सिटी ने वादा किया था कि उनके अंक दोगुने कर दिए जाएंगे लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया। वहीं प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं का कहना था कि क्लस्टर यूनिवर्सिटी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

यूनिवर्सिटी न तो समय पर परीक्षाएं करवाती हैं और न ही उनका परिणाम समय पर घोषित किया जाता है। अगर परिणाम आता भी है तो उसमें उत्तर पुस्तिकाओं का आंकलन सही से नहीं किया जाता। प्रदर्शन करते हुए विद्यार्थी डोगरा चौक की ओर बढ़ने लगे तो वहां पहले से मौजूद पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद जब भी विद्यार्थी नहीं रुके तो उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू हो गई।

वहीं पुलिस ने कुछ विद्यार्थियों व एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर उन्हें बसों में बिठा लिया। उधर विद्यार्थियों का कहना था कि प्रशासन उनकी आवाज दबाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रही है लेकिन वह इससे डरने वाले नहीं है। उनका कहना था कि यूनिवर्सिटी उनकी मांग को पूरा करे। उनकी आनलाइन परीक्षाएं ली जाएं और उनका परिणाम भी जल्द घोषित किया जाए।

chat bot
आपका साथी