Jammu : स्कूली शिक्षा में वीडियो टीचिंग व लर्निंग का होगा इस्तेमाल, डिजिटल कंटेंट की होगी शुरुआत

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पहली कक्षा से लेकर पांचवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए वीडियो टीचिंग व लर्निंग का इस्तेमाल करने का मकसद विद्यार्थियों को आधुनिक तरीके से पढ़ाना है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 12:28 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 12:28 PM (IST)
Jammu : स्कूली शिक्षा में वीडियो टीचिंग व लर्निंग का होगा इस्तेमाल, डिजिटल कंटेंट की होगी शुरुआत
विशेषज्ञों ने इस दिशा में डिजिटल कंटेंट बनाने शुरू कर दिए है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में स्कूली शिक्षा में वीडियो टीचिंग व लर्निंग का इस्तेमाल किया जाएगा। स्थानीय भाषाओं में पहली कक्षा से लेकर पांचवीं तक के विद्यार्थियों को डिजिटल कंटेंट उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके लिए स्टेट काउंसिल फार एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह ली जा रही है।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पहली कक्षा से लेकर पांचवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए वीडियो टीचिंग व लर्निंग का इस्तेमाल करने का मकसद विद्यार्थियों को आधुनिक तरीके से पढ़ाना है। इससे छोटे बच्चों को डिजिटल कंटेंट उपलब्ध करवा कर उनकी टीचिंग लर्निंग की प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा। विशेषज्ञों ने इस दिशा में डिजिटल कंटेंट बनाने शुरू कर दिए है। इसे लेकर कार्यशाला आयोजित की गई है।

एससीईआरटी की कोशिश है कि डिजिटल कंटेंट को जल्द पूरा किया जाए। एससीईआरटी की निदेशक और जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन की चेयरपर्सन प्रो. वीना पंडिता ने कहा कि गणित व साइंस के कंटेंट का तीन भाषाओं उर्दू, कश्मीर और डोगरी में अनुवाद किया जाएगा। अनुवाद उच्च गुणवत्ता, एनीमेटेड किया जाएगा। जैसे ही वीडियो तैयार हो जाएंगे तो उनको दीक्षा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।

जम्मू कश्मीर के नब्बे फीसद से अधिक अध्यापक यह मानते है कि शिक्षा के वीडियो लर्निंग अनुभव को बढ़ावा देंगे। छोटे वीडियो क्लिप काफी लाभदायक साबित हो सकते हैं। स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। बताते चले कि जम्मू कश्मीर में पिछले डेढ़ साल से अधिक समय से स्कूल बंद है।

कोरोना से हालात में सुधार आने के बाद पिछले दिनों दसवीं व बारहवीं कक्षा के लिए स्कूल खोले गए है। शिक्षण संस्थानों के बंद रहने के बावजूद स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों में आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाने के प्रयास जारी रखे हुए हैं। 

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