अब ड्रोन से पहाड़ी क्षेत्रों में भेजी जाएगी वैक्सीन, कल से को होगा आइआइआइएम से मढ़ तक ट्रायल

शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह के समक्ष इसका ट्रायल भी किया जाएगा। अगर यह सफल रहता है तो इससे आने वाले दिनों में दूरदराज के क्षेत्रों में वैकीन व अन्य दवाइयां पहुंचाने में भी आसानी हो सकती है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 08:29 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 08:29 PM (IST)
अब ड्रोन से पहाड़ी क्षेत्रों में भेजी जाएगी वैक्सीन, कल से को होगा आइआइआइएम से मढ़ तक ट्रायल
अधिकारियों के अनुसार इस ड्रोन के बीस किलोमीटर और पांच सौ मीटर की ऊंचाई तक उड़ने की क्षमता है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के दूरदराज के क्षेत्रों में कोविड वैक्सीन सहित अन्य वैक्सीन पहुंचाने के लिए अब ड्रोन का सहारा लिया जाएगा। शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह के समक्ष इसका ट्रायल भी किया जाएगा। अगर यह सफल रहता है तो इससे आने वाले दिनों में दूरदराज के क्षेत्रों में वैकीन व अन्य दवाइयां पहुंचाने में भी आसानी हो सकती है। ट्रायल इंडियन इंस्टीटयूट आफ मेडिसीन से मढ़ तक होगा।

अधिकारियों के अनुसार इस ड्रोन के बीस किलोमीटर और पांच सौ मीटर की ऊंचाई तक उड़ने की क्षमता है। दस किलोग्राम तक वजन को यह ड्रोन उठा सकता है। यही नहीं यह 36 िकिलोमीटर की गति से उड़ सकता है। यह पहली बार होगा कि वैक्सीन दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। अभी तक कर्मचारियों को भी दूरदराज के क्षेत्रों में वैक्सीन ले जाते हुए देखा गया है। ड्रोन से वैकसीन पहुंचने के बाद सभी को उनके द्वार पर जाकर वैक्सीन दी जा सकेगी।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पर बर्फबारी के कारण लोग टीकाकरण के लिए दूर जाना पसंद नहीं कर पाते हैं। ऐसे में जब वैक्सीन उनके गांव में होगी तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उनके घरों में जाकर कोरोना वैक्सीन से उनका टीकाकरण दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचा सकते हैं। अधिकारियों के अनुसार आरंभ में जम्मू-कश्मीर को वैक्सीन पहुंचाने के लिए तीस ड्रोन मिल सकते हैं। अगर जरूरत अधिक हुई तो और ड्रोन मिल सकते हैं।

इंडियन इंस्टीटयूट आफ इंटीग्रेटेड मेडिसीन से मढ़ तक ट्रायल सफल होने पर सभी जिला प्रशासन से उन क्षेत्रों की सूची मांगी जाएगी, जिनमें ड्रोन से वैक्सीन भेजनी है। लद्दाख में भी इसी तरह कि प्रक्रिया होगी। हालांकि जम्मू-कश्मीर में टीकाकरण बहुत से राज्यों की तुलना में अधिक है, लेकिन अभी भी कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पर कम लोगों ने टीकाकरण करवाया है।ऐसे में ड्रोन से वैक्सीन भेजने से इन क्षेत्रों में भी टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी।

जम्मू-कश्मीर में डोडा, किश्तवाड़, रामबन, राजौरी, रियासी, पुंछ, कुपवाड़ा और अनतंनाग जिलों में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर वैक्सीन पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। ड्रोन से इन क्षेत्रों में वैक्सीन पहुंचाना आसान हो जाएगा। पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि शनिवार को ट्रायल है, इससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में टीकाकरण अभियान में और तेजी आएगी।

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