Jammu Kashmir: अब साइबर सुरक्षा बारे बच्चों को जागरूक करने लगा शिक्षा विभाग

इन्हीं साइट्स पर साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले भी सक्रिय भी रहते हैं जो अकसर लोगों को शिकार बनाने की ताक में रहते हैं। ऐसे में बच्चों को बताया जाएगा कि मोबाइल फाेन का इस्तेमाल करते हुए किन चीजों का ख्याल रखें और क्या करें और क्या न करें।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 12:31 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 02:49 PM (IST)
Jammu Kashmir: अब साइबर सुरक्षा बारे बच्चों को जागरूक करने लगा शिक्षा विभाग
ऑनलाइन और वेबीनार का आयोजन कर बच्चों को जागरूक करेंगे।

जम्मू, जागरण संवाददाता:  कोरोना महामारी के बीच स्कूल बंद हुए तो बच्चों की आॅनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई। इन कक्षाओं में शामिल होने के लिए बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन थमाए तो उन्हें साइबर सुरक्षा बारे जागरूक करने की जरूरत भी अब शिक्षा विभाग महूसस करने लगा है। इसी जरूरत को देखते हुए शिक्षा निदेशालय जम्मू ने बच्चों को साइबर सुरक्षा बारे बच्चों को जागरूक करने का पखवाड़ा शुरू किया है जिसमें बच्चाें को 31 अगस्त तक इस संदर्भ में जानकारी दी जाएगी।

शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता ने बताया कि इस समय साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। कई लोग इसका शिकार बन चुके हैं। इसी को देखते हुए बच्चों को जागरूक करने के लिए शिक्षा निदेशालय की ओर से भी साइबर सिक्योरिटी कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसमें बच्चों को बताया जाएगा कि वे इससे कैसे बचें। बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन आए तो उन्हरोंने सोशल साइट्स व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यू टयूब आदि भी चलाने शुरू कर दिए।

इन्हीं साइट्स पर साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले भी सक्रिय भी रहते हैं जो अकसर लोगों को शिकार बनाने की ताक में रहते हैं। ऐसे में बच्चों को बताया जाएगा कि वे मोबाइल फाेन का इस्तेमाल करते हुए किन चीजों का ख्याल रखें और क्या करें और क्या न करें। साइबर सुरक्षा बारे बच्चों को जागरूक करने की जिम्मेदारी शिक्षा निदेशालय के काउंसलिंग सेल को सौंपी गई है जो ऑनलाइन और वेबीनार का आयोजन कर बच्चों को जागरूक करेंगे।

साइबर क्राइम से कैसे बचें

सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें डालने से बचें। उनका कोई गलत इस्तेमाल कर सकता है। अपने फेसबुक अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग को पब्लिक न करें। इससे आपकी तस्वीरें सिर्फ आपकी फ्रेंड लिस्ट के लोग ही देख सकेंगे। किसी अनजान की फ्रेंड रिक्यूएस्ट न असेप्ट करें। अपने नाम को गूगल पर सर्च कर देखते रहें कि वह किस किस वेबसाइट पर आ रहा है। अपने ट्विटर अकाउंट की सेंटिंग भी ऐसी रखें कि आपको लोग आपकी अनुमति के बिना फालो न कर सकें। अगर आप साइबर क्राइम शिकार हो जाते हैं तो सीधा पुलिस को शिकायत करें। ज्यादा लाइ्कस या कमेंटस के चक्कर में ज्यादा दोस्त न बनाएं। अपने फोन पर अनजान व्यक्ति से बात न करें। किसी प्रलोभन देने वाले विज्ञापन या ऑफर के बहकावे में न आएं। 
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