Jammu Kashmir: निश्चिंत रहें, कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में नहीं होगी आक्सीजन की कमी

श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में दूसरी लहर के दौरान मात्र 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ही आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित था। वहीं अब संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इस अस्पताल में पांच हजार लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किया जा रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:33 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:52 PM (IST)
Jammu Kashmir: निश्चिंत रहें, कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में नहीं होगी आक्सीजन की कमी
एक और लिक्यूड आक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है।

जम्मू, रोहित जंडियाल: कोरोना की पहली और दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी का सामना कर चुके जम्मू-कश्मीर में अब स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग संभावित तीसरी लहर में कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता। सभी प्रमुख अस्पतालों में आक्सीजन की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। कई अस्पतालों में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं जबकि कइयों में स्थापितकिए जा रहे हैं। इसमें कई कंपनियां भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हुए अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट स्थापित करने में मदद कर रही हैं।

जम्मू-कश्मीर में पिछले साल जब काेरोना की पहली लहर आई थी तो उस समय मेडिकल कालेज जम्मू में ही एक आक्सीजन जेनरेशन प्लांट होता था। इसके अलावा जम्मू संभाग के किसी भी अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट नहीं था। जीएमसी में कुछ मरीजों की मौत आक्सीजन की कमी के कारण होने के आरोप लगे थे। इसके बाद मेडिकल कालेज जम्मू में 12 किलोवाट की क्षमता का लिक्यूड आक्सीजन प्लांट स्थापित हुआ। लेकिन जब कोरोना की दूसरी लहर आई तो यह आक्सीजन कम पड़ने लगी। तीन हजार आक्सीजन सिलेंडरों से काम चलाया जाने लगा। मगर इनसे भी आपूर्ति पूरी नहीं हुई। जीएमसी जम्मू सहित कुछ निजी अस्पतालों में भी आक्सीजन की कमी का मुद्दा उठा।

सरकार और स्वास्थ्य विभाग इसके बाद सक्रिय हो गए और जम्मू तथा कश्मीर दोनों ही जगहों पर कई नए आक्सीजन प्लांट लगाना शुरू कर दिए। राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में पहले जहां 1200 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला आक्सीजन प्लांट था। वहीं 4400 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले दो अन्य आक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी स्थापित किए गए हैं। यही नहीं अब नए इमरजेंसी कांप्लेक्स के लिए 4800 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले चार आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। इसी तरह एक-एक हजार लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले दो और 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला एक आक्सीजन जेनरेशन प्लांट कुछ निजी कंपनियां अपना सामाजिक कर्तव्य निभाते हुए जीएमसी में स्थापित करने जा रही है।

श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में दूसरी लहर के दौरान मात्र 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ही आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित था। वहीं अब संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इस अस्पताल में पांच हजार लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किया जा रहा है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी अब 750 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किया जा रहा है। सीडी अस्पताल में भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित हो चुका है। जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन का कहना है कि अस्पताल में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन उपलब्ध है। लगातार आक्सीजन की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। एक और लिक्यूड आक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है।

विश्व बैंक की सहायता से भी लगे प्लांट

जम्मू-कश्मीर में अप्रैल 2021 से पहले 15,082 लीटर प्रति मिनट ही आक्सीजन की क्षमता थी। इसके बाद दूसरी लहर आई तो मेडिकल कालेज व सहायक अस्पतालों के अलावा अन्य अस्पतालों में भी सुविधा बढ़ाई गई। तीस कम्यूनिटी हेल्थ सेंटरों और उप जिला अस्पतालों में भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इनमें 15 जम्मू संभाग और 15 कश्मीर संभाग में हैं। इनकी क्षमता 13 हजार लीटर प्रति मिनट से अधिक है। विश्व बैंक की सहायता से यह प्लांट लगाए गए हैं।

अब निजी अस्पतालों में भी लगेंगे प्लांट

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अटल ढुल्लू का कहना है कि सरकारी अस्पतालों के अलावा उन सभी निजी अस्पतालों को भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने को कहा गया है जिनकी क्षमता पचास बिस्तरों से अधिक है। इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में आक्सीजन की क्षमता कई गुणा बढ़ा दी गई है। अभी प्लांट स्थापित करने का काम जारी है।

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