Jammu Kashmir: अब गांधीनगर अस्पताल बना नोडल प्वाइंट, अस्पताल में भर्ती होने से पहले मरीजों को नोडल प्वाइंट में जांच करवाना जरूरी
राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू सीडी अस्पताल जम्मू मनोरोग अस्पताल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जम्मू पुराने गांधीनगर अस्पताल जच्च्चा बच्चा अस्पताल गांधीनगर सीएचसी कोट भलवाल राजीव गांधी अस्पताल और उप जिला अस्पताल बिश्नाह में भर्ती होने के लिए मरीजों को पहले सीडी अस्पताल और पुराने गांधीनगर अस्पताल में अपनी जांच करवानी होगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू-कश्मीर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार ने चेस्ट डिजिजेस अस्पताल के बाद अब पुराने गांधीनगर अस्पताल को भी त्रिस्तरीय व्यवस्था का हिस्सा बना लिया है। अब मरीज जम्मू जिले के 9 प्रमुख अस्पतालों में भर्ती होने के लिए इन दोनों अस्पतालों में सीधे जाकर जांच करवा सकते हैं। दोनों ही अस्पतालों में विशेषज्ञ डाक्टरों की टीमें बनाई गई हैं।
जम्मू में पहले सिर्फ सीडी अस्पताल में ही जांच होती थी। लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद कइयों को भर्ती होने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा था। इस कारण कई बार मरीजों को ऑक्सीजन के साथ पार्क में लेटे हुए भी देखा गया। इसके बात बीते शुक्रवार को डिवीजनल कमिश्नर जम्मू की डिप्टी कमिश्नर के साथ हुई बैठक में सभी जिलों में त्रिस्तरीय व्यवस्था बनाने के अलावा जम्मू में सीडी अस्पताल के अलावा पुराने गांधीनगर अस्पताल को भी इसी व्यवस्था का हिस्सा बनाने पर सहमति बनी।
शनिवार को डिवीजनल कमिश्नर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू, सीडी अस्पताल जम्मू, मनोरोग अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जम्मू, पुराने गांधीनगर अस्पताल, जच्च्चा बच्चा अस्पताल गांधीनगर, सीएचसी कोट भलवाल, राजीव गांधी अस्पताल और उप जिला अस्पताल बिश्नाह में भर्ती होने के लिए मरीजों को पहले सीडी अस्पताल और पुराने गांधीनगर अस्पताल में अपनी जांच करवानी होगी। इस के बाद उनकी हालत को देखकर यह फैसला लिया जाएगा कि मरीजों को किस अस्पताल में भर्ती करना है। इन अस्पतालों में 994 बिस्तरों की क्षमता है। अभी 692 बिस्तरों पर मरीज भर्ती हैं।
वहीं गांधीनगर में मेडिकल सुपरिटेंडेंट को इसका प्रभारी बनाया गया है। जीएमसी की प्रिंसिपल को विशेषज्ञों की एक टीम तैनात करने को कहा गया है। डिवीजनल कमिश्नर ने अन्य सभी जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को भी अपने यहां इसी तरह की व्यवस्था बनाने को कहा है।