Jammu : किरायेदारों की पुलिस वेरिफिकेशन करवाने के लिए अब थाने के चक्कर काटने की जरूरत नहीं
एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि लोगों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए काम कर रही जम्मू पुलिस किरायेदारों की वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को भी ऑन लाइन करने जा रही है। पुलिस ने इस की पूरी तैयारी कर ली है।
जम्मू, दिनेश महाजन : शहर में रह रहे किरायेदारों की पुलिस वेरिफिकेशन प्रक्रिया को सरल बनाने के मकसद से जम्मू पुलिस एक अहम पहल करने जा रही है। किरायेदारों की वेरिफिकेशन करवाने वाले फार्म अब आनलॉइन भरे जा सकेंगे। कोई भी कही से भी बैठ कर अपने घर या दुकान पर रखे किरायेदार की वेरिफिकेशन को आसानी से अंजाम दे सकता है।
लोग जम्मू पुलिस की वेबसाइट पर टेनेंट वेरिफिकेशन के नाम से लिंक को खोलेंगे तो उन्हें एक फार्म मिलेगा। फार्म को आनलाॅइन ही भर सकते है। फार्म के साथ किरायेदार का सरकारी पहचान पत्र व अन्य जरूरी दस्तावेज भी मांगे जाएंगे, जिन्हें फार्म भरने के दौरान लगाना होगा। जैसे ही वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाए तो मोबाइल फोन पर इस की सूचना भी दी जाएगी कि आप के द्वारा भरा गया फार्म सही है या गलत। यदि फार्म के साथ जमा करवाए गए दस्तावेज पर्याप्त नहीं होंगे तो वह उसे फिर से भरने के लिए कहा जाएगा।
वेरिफिकेशन ना करवाने वालों पर दर्ज होता है आपराधिक मामला : जिला आयुक्त जम्मू समय समय पर आदेश जारी कर के लोगों को अपने घरों या दुकानों पर रखने वाले किरायेदारों की वेरिफिकेशन करवाने को कहते है। जो व्यक्ति इस आदेश का पालन किए बिना किरायेदार रखता है तो उसके विरुद्ध संबंधित पुलिस थाने में सीआरपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया जाता है। इसके तहत व्यक्ति को जुर्माने के अलावा एक माह तक की कैद भी हो सकती है।
जल्द शुरू होगी ऑन लाइन प्रक्रिया : एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि लोगों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए काम कर रही जम्मू पुलिस किरायेदारों की वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को भी ऑन लाइन करने जा रही है। पुलिस ने इस की पूरी तैयारी कर ली है। आने वाले कुछ ही दिनों में इस प्रक्रिया को लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा।
शहर में आतंकी और ओजीडब्ल्यू ना बना पाए ठिकाना इस लिए जरूरी है वेरिफिकेशन : कई बार ऐसे मामले प्रकाश में आ चुके है कि आतंकी और उनके लिए काम करने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) आम लोगों में घुल मिलकर रहने के लिए शहर में घर किराये पर ले लेते है। उक्त किराये के घर से ही वह अपनी नापाक योजनाओं को बनाते है और उन्हें अंजाम भी देते है। इस लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने किरायेदारों की वेरिफिकेशन को अनिवार्य किया है, ताकि देश के दुश्मनों की पहचान कर उन पर उचित कार्रवाई की जा सके।