Jammu : अब धर्मनगरी कटड़ा में प्रवेश से पहले कराना होगा कोरोना टेस्ट
अब धर्मनगरी कटड़ा में प्रवेश करने से पहले यात्रियों को कोराना टेस्ट कराना होगा। इसके लिए आधार शिविर कटड़ा के प्रवेश द्वार मूरी चेक पोस्ट और पैंथल चेक पोस्ट पर स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच की व्यवस्था कर दी है।
कटड़ा, संवाद सहयोगी : कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आहट को लेकर रियासी जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। अब धर्मनगरी कटड़ा में प्रवेश करने से पहले यात्रियों को कोराना टेस्ट कराना होगा। इसके लिए आधार शिविर कटड़ा के प्रवेश द्वार मूरी चेक पोस्ट और पैंथल चेक पोस्ट पर स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच की व्यवस्था कर दी है। कटड़ा और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस अनाउंसमेंट कर रही है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करें।
तीसरी लहर को रोकने के लिए रियासी जिला प्रशासन ने कमर कसनी शुरू कर दी है। आधार शिविर कटड़ा के प्रवेश द्वार मूरी चेक पोस्ट के साथ ही पैंथल चेक पोस्ट पर जिला प्रशासन के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को तैनात कर दिया गया है। यहां से गुजरने वाले यात्रियों की कोरोना जांच कराना सुनिश्चित करने को कहा गया है। प्रशासन ने कहा कि धर्मनगरी कटड़ा में प्रवेश करने से पहले यह तय करना होगा यात्री संक्रमित नहीं है। इस पहल से आधार शिविर कटड़ा और रियासी जिले को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सकता है।
हालांकि मां वैष्णो देवी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के कटड़ा में विभिन्न स्थानों पर बनाए गए केंद्रों में लगातार कोरोना टेस्ट जारी है, जिनमें श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा, कटड़ा हेलीपैड, मां वैष्णो देवी का प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी, नए ताराकोट मार्ग का प्रवेश द्वार आदि प्रमुख हैं। अधिक सतर्कता बरतते हुए अब कटड़ा में प्रवेश से पहले मूरी चेक पोस्ट के साथ ही पैंथल चेक पोस्ट पर भी स्वास्थ्य विभाग ने जांच शिविर लगा दिया है। हालांकि अभी इन दोनों चेक पोस्ट पर कोई संक्रमित नहीं मिला है।
कटड़ा में जांच के लिए भीड़ भी कम होगी : बीएमओ कटड़ा डॉक्टर गोपाल दत्त ने बताया कि कटड़ा को पूरी तरह कोरोना मुक्त बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सावधानियां बरती जा रही हैं। साथ ही यह भी प्रयास है कि मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी पर कोरोना टेस्ट करवाने के लिए भीड़भाड़ ना हो। यदि पहले ही जांच करा लेंगे तो यहां इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्थानीय लोगाें और यात्रियों को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।