NIA का ओल्ड श्रीनगर शहर में एक मोबाइल रिचार्ज की दुकान पर छापा

एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से पुराने श्रीनगर शहर के नवाब बाजार में स्थित मोबाइल रिचार्ज का काम करने वाले 26 वर्षीय युवक की दुकान पर छापेमारी की है।सूत्रों के मुताबिक एनआइए की टीम ने दुकानदार की दुकान के अलावा उसके घर की भी तलाशी ली है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 03:25 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:15 PM (IST)
NIA का ओल्ड श्रीनगर शहर में एक मोबाइल रिचार्ज की दुकान पर छापा
एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से पुराने श्रीनगर शहर के नवाब बाजार में दुकान पर छापेमारी की।

जम्मू, जेएनएन। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने आज यानि वीरवार को ओल्ड श्रीनगर शहर में एक दुकानदार की दुकान पर छापेमारी की है।

जानकारी के अनुसार, एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से पुराने श्रीनगर शहर के नवाब बाजार में स्थित मोबाइल रिचार्ज का काम करने वाले 26 वर्षीय युवक की दुकान पर छापेमारी की है। हालांकि पुलिस की ओर से गत 8 अक्टूबर को ही उक्त दुकान के संचालक को पहले से ही गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक एनआइए की टीम ने दुकानदार की दुकान के अलावा उसके घर की भी तलाशी ली है। वहां से उन्हें कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। फिलहाल इसकी अभी तक अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं। 

पुलिस द्वारा गत 8 अक्टूबर से गिरफ्तार मोबाइल रिचार्ज के 26 वर्षीय दुकानदार की पहचान युनूस फारूक बट पुत्र फारूक अहमद निवासी शाह मोहल्ला नवाब बाजार श्रीनगर के रूप में हुई है। एनआइए का आतंक के खिलाफ अभियान वीरवार को भी जारी रहा। एनआइए ने दिवंगत कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दो विश्वस्तों के घरों समेत 11 स्थानों पर छापेमारी और तलाशी की। इस दौरान एनआइए की टीम के हाथ आतंकवादियों की मदद करने वालों के खिलाफ कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। इस सिलसिले में अब तक करीब 13 आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

एनआइए ने देशद्रोहियों को पकड़ने के लिए गत 10 अक्टूबर से अभियान छेड़ा है। इसके उपरांत गत 12 और 13 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जगहों पर एनआइए की टीम ने छापेमारी की। इसके लिए एनआइए की ओर से 15 दस्ते भी तैयार किए गए जो अपने काम को बखूबी से अंजाम दे रहे हैं। एनआइए के 15 प्रत्येक दस्ते में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों का संयुक्त कार्यदल भी तैनात रहता है। ऐसा इसलिए किया गया है कि अगर किसी क्षेत्र में एनआइए की छापेमारी में कोई विघ्न डालता है तो उससे सख्ती से निपटा जा सके।

chat bot
आपका साथी