Al Qaeda के हमले की योजना मामले की जांच में एनआइए ने कश्मीर में मारे छापे, जानें क्या थी अलकायदा की साजिश
कई डिजिटल उपकरणों के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। एनआइए मामले की जांच में जुटी हुई है। यह मामला शुरू में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दर्ज हुआ था। उत्तर प्रदेश के एंटी टेरर स्क्वायड ने सात जुलाई को मामला दर्ज किया था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने देश के विभिन्न शहरों में अलकायदा के हमले करने की योजना बनाने के मामले में वीरवर को दक्षिण और मध्य कश्मीर में पांच जगहों पर छापे मारे। इसमें कई डिजिटल उपकरणों के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। एनआइए मामले की जांच में जुटी हुई है। यह मामला शुरू में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दर्ज हुआ था। उत्तर प्रदेश के एंटी टेरर स्क्वायड ने सात जुलाई को मामला दर्ज किया था। इसके बाद 29 जुलाई को मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपने हाथ में ले ली।
जांच का यह मामला अलकायदा के कार्यकर्ता उमर हलमंडी से संबधित है। वह अन्य आरोपितों के साथ भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के लिए युवाओं की भर्ती कर रहा था। और अंसार गजवातुल हिंद को बढ़ाने की कोशिश कर रहा था। इसके लिए उन्होंने पहले से ही हथियारों का प्रबंध कर लिया था। इसी मामले में वीरवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले और मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के पांच स्थानों पर छापे मारे। एनआइए के टीम ने तथाकथित मानवाधिकारवादी एडवोकेट परवेज इमराेज के घर में तलाशी ली। परवेज इमराेज तीन दिन पहले गिरफ्तार किए गए खुर्रम परवेज के मामा हैं ।
परवेज इमरोज ने ही कश्मीर में एसोसिएशन आफ पेरेंटस आफ डिसअपेयर्ड पर्सन्स की नींव रखी थी। वही जम्मू कश्मीर कोएलिशन आफ सीविल सोसाइटी के चेयरमैन हैं। सुरक्षाबलों की तथाकथित हिरासत में लापता हुए लोगों के परिजनों द्वारा चंदे का दुरुपयोग करने आफऔर उनके नाम पर सियासत का आरोप लगाए जाने के बाद एसोसिएशन आफ पेरेंटस आफ डिसअपेयर्ड पर्सन्स भी दोफाड़ हो गई थी। शोपियां के वाची में जमात-ए-इस्लामी के वरिष्ठ कार्यकर्ता मोहम्मद शफी शाह, एक निजी कंपनी में कार्यरत शाहिद अहमद शाह, भेड़ पालन विभाग के कर्मी रियाज अहमद मीर, स्थानीय औकाफ कमेटी के प्रधान मोहम्मद शाबान कुमार और एक तरखान मोहम्मद लतीफ शाह के घर भी एनआअए की टीम ने तलाशी ली।