कश्मीर से बंगाल तक युवाओं को जिहाद का पाठ बढ़ाने वाला अध्यापक एनआइए की चंगुल में
बंगाल में बदुरेई जिला उत्तरी 24 परगना की रहने वाली तानिया परवीन पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में थी। वह अपने संपर्क में आने वाले स्थानीय युवाओं को भारत के खिलाफ कथित जिहाद के लिए तैयार करने की साजिश में शामिल थी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। इंटरनेट मीडिया पर देश के विभिन्न हिस्सों में लड़के-लड़कियों में जिहादी मानसिकता को मजबूत बना, उन्हें आतंकी संगठनों के लिए भर्ती करने में जुटे एक जिहादी माॅटीवेटर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर से गिरफ्तार करने का दावा किया है। पेशे से अध्यापक यह माॅटिवेटर लश्कर-ए-तैयबा क लिए काम करता था। इसकी पहचान अल्ताफ अहमद राथर के रुप में हुई है।
एनआइए के प्रवक्ता ने बताया कि अल्ताफ अहमद राथर की गिरफ्तारी बीते साल पांच अप्रैल को दर्ज मामले में हुई है। इस मामले में तानिया परवीन नामक एक युवती को पहले ही गिरफ्तार कर, उसके खिलाफ एनआइए की विशेष अदालत में आरोपपत्र भी दायर किया जा चुका है। बंगाल में बदुरेई, जिला उत्तरी 24 परगना की रहने वाली तानिया परवीन पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में थी। वह अपने संपर्क में आने वाले स्थानीय युवाओं को मजहब के नाम पर भड़काते हुए उन्हें भारत के खिलाफ कथित जिहाद के लिए तैयार करने की साजिश में शामिल थी। उसे बीते साल बंगाल पुलिस ने एक विशेष सूचना के आधार पर पकड़ा था। जब मामले की परतें खुलने लगीं तो जांच एनआइए को सौंप दी गई।
तानिया परवीन के फेसबुक, टेलीग्राम, ट्वीटर एकाउंट की जांच भी की गई। उसके फोन कॉल्स को भी खंगाला किया। इसके अलावा पूछताछ के दौरान मिले सुरागाें के आधार पर ही बांडीपोर के अल्ताफ अहमद राथर का पता चला। अल्ताफ अहमद ने ही इंटरनेट मीडिया पर उसे अपने जाल में फांस उसे आतंकी संगठन के लिए काम करने को राजी किया। उसने उसे बंगाल व अन्य जगहों पर जिहादी गतिविधियों के लिए लड़के-लड़कियों को तैयार करने का जिम्मा सौंपा था। इसके अलावा उसने ही तानिया का संपर्क पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगनाओं से कराया था।
एनआइए के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि अल्ताफ अहमद राथर को गिरफ्तार करने से पूर्व उसके खिलाफ सभी आवश्यक सबूत जमा किए गए हैं। वह लश्कर के भर्ती माड्यूल का एक अहम हिस्सा है। वह बांडीपोर में एक स्कूल में पढ़ाता है। स्कूल में अध्यापन सिर्फ उसका एक ढकोसला है, उसका असली काम इंटरनेट मीडिया पर कश्मीर और बाहरी राज्यों के युवाओं के साथ संपर्क कर उन्हें जिहादी गतिविधियों के लिए उकसाना व लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती करना है। फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है।