Mushroom Growers in Jammu : मशरूम क्षेत्र में पहला एफपीओ संपता स्थापित, सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा

संपता संस्था से जुड़े किसानों का कहना है कि किसान पहले ही तरह की मशरूम की खेती कर रहे हैं लेकिन इस बार खास बात यह है कि वे मार्केटिंग का रास्ता मिलकर निकालेंगे। यह इसलिए ताकि सभी किसानों का माल अच्छे दाम पर बिक सके।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:27 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 12:27 PM (IST)
Mushroom Growers in Jammu : मशरूम क्षेत्र में पहला एफपीओ संपता स्थापित, सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा
जम्मू संभाग में लगातार फार्मर्स प्रोडयूसर ग्रुप स्थापित किए जा रहे हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता : किसानों की बेहतरी के लिए सरकार किसानों को एकजुट कर खेती करने पर बल दे रही है। इसके लिए किसानों को फार्मर्स प्रोडयूसर ग्रुप (एफपीओ) बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। एफपीओ के तहत बने संगठन को पंजीकृत कराया जाता है और सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाता है। इसी तर्ज पर किसान एकजुट होकर एफपीओ बनाने के प्रयास में है।

कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मशरूम क्षेत्र में पहला फार्मर्स प्रोडयूसर ग्रुप संपता नाम से सांबा में पंजीकृत हुआ है। यहां पर दो सो किसानों को जोड़ा गया है। इससे किसानों को लाभ यह होगा कि वे मिलकर मार्केटिंग की राह निकालेंगे। इससे उनकी मशरूम की खेती को बल मिलेगा।

संपता नाम के इस एफपीओ के 60 सदस्यों को पिछले दिनों सरकार ने प्रशिक्षण देकर किसानों से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत कराया। संमता नाम का यह ग्रुप अब मशरूम उत्पादक किसानों की राह आसान करेगा। जम्मू में मशरूम की खेती का सीजन शुरू हो चुका है और किसान इन दिनों कंपोस्ट बनाने में जुटे हुए हैं। अगर किसान कंपोस्ट के झंझट से बचना चाहते हैं तो वे मशीन का बना बनाया कंपोस्ट भी प्राप्त कर सकते हैं।

संपता संस्था से जुड़े किसानों का कहना है कि किसान पहले ही तरह की मशरूम की खेती कर रहे हैं लेकिन इस बार खास बात यह है कि वे मार्केटिंग का रास्ता मिलकर निकालेंगे। यह इसलिए ताकि सभी किसानों का माल अच्छे दाम पर बिक सके।

फार्मर्स प्रोडयूसर ग्रुप किसानों की बेहतरी की दिशा में अच्छा कदम है। यही कारण है कि जम्मू संभाग में लगातार फार्मर्स प्रोडयूसर ग्रुप स्थापित किए जा रहे हैं।

स्पान प्रोडक्शन आफिसर अमन ज्योति का कहना है कि इस साल मशरूम की खेती के लिए अच्छा वातावरण है। अधिक से अधिक किसान इस खेती में आ रहे हैं। लेकिन यह किसानों को सलाह है कि वे मशरूम की खेती भी मिल कर समूह में कर सकते हैं । 

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