Kashmir Grand's Mufti : मुफ्ती-ए-आजम बोले, दुर्भाग्यपूर्ण है कश्मीर में एक समुदाय विशेष को निशाना बनाना
मुफ्ती-ए-आजम ने कश्मीर में मारे गए बेकसूर लोगों के परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि पूरा कश्मीर उन परिवारों के साथ खड़ा है। पूरा मुस्लिम समाज उन परिवारों के दर्द को महसूस कर रहा है
जम्मू, जागरण संवाददाता : श्रीनगर में पिछले कुछ दिनों में चुन चुन कर की गई नागरिकों की हत्याओं की कश्मीर के मुफ्ती-ए-आजम नासिर-उल-इस्लाम ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।
उन्होंने इन हत्याओं की निंदा करते हुए कहा कि कोई भी धर्म मासूमों, बेकसूरों की हत्याओं की इजाजत नहीं देता और यह कहीं नहीं ले जाएगा। मुफ्ती-ए-आजम ने कश्मीर में मारे गए बेकसूर लोगों के परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि पूरा कश्मीर उन परिवारों के साथ खड़ा है। पूरा मुस्लिम समाज उन परिवारों के दर्द को महसूस कर रहा है और इस दुख की घड़ी में वे हर शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि यह हत्याएं कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास के लिए की जा रही है लेकिन ऐसा कभी नहीं हो सकता। कश्मीर में सदियों से सांप्रदायिक सौंहार्द और भाइचारा बरकरार है और इसे कोई बिगाड़ नहीं कर सकता। उन्होंने लोगों से भी इस मौके पर भाइचारा बनाए रखने की अपील की।
उधर आतंकियों की गोली का निशाना बनी प्रिंसिपल सूपेंद्र कौर का शव पोस्टमार्टम के बाद दोपहर को उसके अलूची बाग श्रीनगर स्थित निवास पर पहुंचा तो वहां काफी संख्या में पहले से ही मौजूद उनको श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे। इन लोगों में सूपेंद्र के नाते, रिश्तेदार, स्कूल में उनके साथी शिक्षक व स्थानीय लोग भी शामिल थे जो इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा कर रहे थे। सूपेंद्र कौर के शव के पहुंचने से पहले ही इलाके में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर दिए गए थे। इलाके में सुरक्षाबलों की विशेष तैनाती की गई है ताकि इलाके में माहौल खराब न हो। सूपेंद्र कौर के शव के घर पहुंचने के बाद वहां शोक की लहर दौड़ पडी। हर कोई नम आंखों से उनके दर्शन करने के लिए पहुंच रहा था।