विवाद खत्म, जीएमसी और सुपर स्पेशलिटी दोनों जगह लगेगी एमआरआइ मशीन
एमआरआइ मशीन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में लगाने को मंजूरी मिली थी लेकिन इसे लगाने पर जीएमसी प्रशासन में ही सहमति नहीं बन पा रही थी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: मरीजों के लिए अच्छी खबर है। कई महीनों के विवाद के बाद एमआरआइ (मैगनेटिक रेजानेंस इमेजिग) मशीन को लेकर चल रहा विवाद खत्म हो गया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अब जीएमसी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल दोनों ही जगहों पर एमआरआइ मशीन लगाने का फैसला किया है।
दरअसल, एमआरआइ मशीन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में लगाने को मंजूरी मिली थी, लेकिन इसे लगाने पर जीएमसी प्रशासन में ही सहमति नहीं बन पा रही थी। प्रशासन ने इस मशीन को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के स्थान पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगाने को कहा। इससे विवाद बढ़ गया। महीनों मशीन कंपनी के गोदाम में ही पड़ी रही। इसे किस अस्पताल में स्थापित करना है, इस पर कोई भी सहमति नहीं बन पाई। अब जीएमसी जम्मू की नई प्रिसिपल डॉ. शशि सूदन ने आते ही एमआरआइ मशीन मेडिकल कॉलेज में लगाने का आदेश जारी कर दिया। उन्होंने जीएमसी के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और रेडियालोजी विभाग के एचओडी को मशीन लगाने को कहा।
इस फैसले पर विवाद न हो, इसके चलते स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अलग से एमआरआइ मशीन लगाने को मंजूरी दे दी। उन्होंने कहा कि उपकरण खरीदने के लिए उन्होंने पचास करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इसमें से आठ करोड़ रुपये एमआरआइ मशीन खरीदने पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं। दोनों अस्पतालों में मशीनें लगने से मरीजों को काफी लाभ होगा। अभी तक पूरे जम्मू संभाग में सिर्फ मेडिकल कॉलेज जम्मू में ही एमआरआइ मशीन लगी है। यह मशीन भी काफी पुरानी हो चुकी है। मरीजों को कई बार टेस्ट करवाने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता था। अब जीएमसी में एक और मशीन लगने के बाद समस्या कम होगी।