Jammu Kashmir: सांसद जुगल ने सरवाल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के काम न करने पर जताई कड़ी आपत्ति
जम्मू-पुंछ के सांसद जुगल किशोर शर्मा ने कोरोना संक्रमण से उपजे हालात में शहर के सरवाल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने में हो रही देरी पर कड़ी आपत्ति जताई है। सांसद ने सरवाल अस्पताल का दौरा कर ऑक्सीजन प्लांट को सुचारू बनाने में आ रही दिक्कतों बारे जानकारी ली।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू-पुंछ के सांसद जुगल किशोर शर्मा ने कोरोना संक्रमण से उपजे हालात में शहर के सरवाल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने में हो रही देरी पर कड़ी आपत्ति जताई है। सांसद ने मंगलवार को सरवाल अस्पताल का दौरा कर वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के साथ ऑक्सीजन प्लांट को सुचारू बनाने में आ रही दिक्कतों के बारे में जानकारी ली।
30 दिन में ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने के निर्देश
प्लांट का निरीक्षण करने के बाद सांसद ने जोर दिया कि कोरोना के मामलों में तेजी को देखते हुए 30 दिनों के अंदर सरवाल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को सुचारू बनाकर आक्सीजन की दिक्कत को दूर किया जाए। इस मौके पर जुगल किशोर शर्मा के साथ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने मेडिकल सुपरीटेंडेंट डा हरबख्श सिंह के साथ मेकेनिकल विंग के अधीक्षक अभियंता राजीव से भी बातचीत कर कोरोना से उपजे हालात में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट के तैयार होने में देरी के कारणों के बारे में सांसद को बताया। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरवाल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का काम न करना एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि टेंडर आवंटन में विवाद के कारण ऑक्सीजन प्लांट को चलाने में देरी हुई है। अब 30 दिनों के अंदर यह प्लांट काम करने लगेगा। अस्पताल में ऑक्सीजन की जरूरत पूरा करने के साथ इस प्लांट से ऑक्सीजन सिलेंडर भर कर जरूरत को पूरा करना भी संभव होगा।
उन्होंने कहा कि कमियों को दूर करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। सांसद ने कहा कि इन मुश्किल हालात में उपराज्यपाल के नेतृत्व में प्रशासन गंभीरता से काम कर रहा है। इसके साथ भाजपा के नेता व कार्यकर्ता भी प्रशासन को हर संभव सहयोग देने के लिए मैदान में हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि केंद्र सरकार के सहयाेग से मेडिकल सुविधाओं को बेहतर बनाकर लोगों के इलाज में कोई कसर नही छोड़ी जाएगी।