NIT Srinagar: निट श्रीनगर व IIT रोपड़ के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर, जानिए इससे विद्यार्थियों को होने वाले लाभ

एमओयू पर हस्ताक्षर निट श्रीनगर के निदेशक प्रो. राकेश सहगल और आइआइटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने किए। एमओयू के तहत निट के मेधावी विद्यार्थियों को आइआइटी रोपड़ में फाइनल सेमेस्टर की पढ़ाई करने का मौका भी हासिल होगा।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 08:01 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 08:01 PM (IST)
NIT Srinagar: निट श्रीनगर व IIT रोपड़ के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर, जानिए इससे विद्यार्थियों को होने वाले लाभ
दोनों संस्थानों के बीच कृषि, जल तकनीक पर काम होगा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (निट) श्रीनगर ने आइआइटी रोपड़ और आइआइटी रोपड़ में साइंस व तकनीक विभाग के एग्रीकल्चरल एंड वाटर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू पर हस्ताक्षर करने का मकसद अकादमिक, रिसर्च गतिविधियों को बढ़ावा देना, पीएचडी विद्यार्थियों का संयुक्त निरीक्षण, कार्यशाला, सेमीनार आयोजित करना है।

एमओयू पर हस्ताक्षर निट श्रीनगर के निदेशक प्रो. राकेश सहगल और आइआइटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने किए। एमओयू के तहत निट के मेधावी विद्यार्थियों को आइआइटी रोपड़ में फाइनल सेमेस्टर की पढ़ाई करने का मौका भी हासिल होगा। आइआइटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने कहा कि रिसर्च गतिविधियों के आदान प्रदान का फायदा जम्मू कश्मीर के लोगों को मिलेगा।

अब निट श्रीनगर के विद्यार्थी अंतिम सेमेस्टर में हमारे संस्थान आकर ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी जारी पाएंगे। निट श्रीनगर के निदेशक प्रो. राकेश सहगल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि दोनों संस्थानों ने मिलकर कार्य करने का फैसला किया है। निश्चित तौर पर इसका फायदा विद्यार्थियों को मिलेगा। साइंस व तकनीक विभाग के एग्रीकल्चरल एंड वाटर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब के एमओयू के कोआर्डिनेटर प्रो. विजय कुमार ने कहा कि दोनों संस्थानों के बीच कृषि, जल तकनीक पर काम होगा। 

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