Kashmir Vally से लौटे ज्यादातर श्रमिक अपने राज्य को रवाना, त्योहारी सीजन की वजह से भी ट्रेनों में मारामारी
इस बार भीड़ कुछ ज्यादा हो रही है। इसकी वजह यह है कि टारगेट किलिंग बढ़ने के कारण श्रमिक घाटी छोड़ कर जम्मू पहुंच गए। वे सीधा जम्मू रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर टिकट मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू रेलवे स्टेशन पर अब भी प्रवासी श्रमिकों की भीड़ उमड़ रही है। इस बार भीड़ कुछ ज्यादा हो रही है। इसकी वजह यह है कि टारगेट किलिंग बढ़ने के कारण श्रमिक घाटी छोड़ कर जम्मू पहुंच गए। वे सीधा जम्मू रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर टिकट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं त्योहार का होने की वजह से भी ट्रेनों में भीड़ हो रही है। रेलगाड़ियों में आरक्षण ना मिलने के चलते इन श्रमिकों को एक से दो दिन तक जम्मू रेलवे स्टेशन पर ठहरना पड़ रहा है।
कश्मीर में गैर मुस्लिम लोगों पर हो रहे हमले के चलते घाटी छोड़ कर जम्मू पहुंचे अधिकतर श्रमिक अपने अपने राज्य लौट चुके हैं। अब रेलवे स्टेशन में जम्मू संभाग के विभिन्न हिस्सों से दीपावली और छठ पूजा के लिए लौटने वालों की भीड़ जुट रही है। रेल प्रशासन का कहना है कि कोरोना काल के चलते मौजूदा समय में विशेष रेलगाड़ियां ही चलाई जा रही हैं। ऐसे में इन में अतिरिक्त कोच लगाना कठिन है। जम्मू से उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए जाने वाली रेलगाड़ियों में ही आरक्षण के लिए मारामारी है।
अन्य राज्यों के लिए जाने वाली रेलगाड़ियों में यात्रियों को आसानी से आरक्षण मिल रहा है। एडिशनल डिवीजनल रेलवे मैनेजर (एडीआरएफ) बलदेव राज का कहना है रेलवे मुख्यालय को जम्मू में बनी स्थिति के बारे में अवगत करवा दिया गया है। जैसे ही रेल मुख्यालय ने उन्हें अतिरिक्त रेलगाड़ी या रेलगाड़ी में अतिरिक्त कोच लगाने का निर्देश आएगा, उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
श्रमिकों को उपलब्ध करवाई जा रही हर संभव सुविधा : सब डिवीजनल पुलिस आफिसर रेलवे अलबिना मलिक का कहना है कि घर लौटने के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन पर पहुंच रहे श्रमिकों की सुविधा को देखते हुए पुलिस और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। तहसीलदार जम्मू डाक्टर रोहित शर्मा स्वयं रेलवे स्टेशन में ही ढेरा डाले हुए हैं। नगर निगम जम्मू ने सफाई कर्मी उपलब्ध करवाए हैं। इसके अलावा शौच के लिए वाहन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। रेलवे पुलिस यह सुनिश्चित कर रह रही है घर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंच रहे सभी श्रमिकों को रेलवे खेल मैदान में एक ही स्थान पर एकत्रित किया जाए। समाज सेवी संगठन को प्रोत्साहित कर लंगर व चाय की व्यवस्था की जा रही है।