Jammu Kashmir : 30 से जम्मू-कश्मीर के प्रवास पर रहेंगे सरसंघचालक डा. मोहन भागवत

30 सितंबर को सरसंघचालक का जम्मू में आगमन होगा। 1 अक्तूबर से उनकी विभिन्न बैठकों का क्रम प्रारंभ होगा। दो अक्तूबर को सरसंघचालक जम्मू विश्वविद्यालय के जोरावर सिंह सभागार में प्रबुद्धजनों की विचार गोष्ठी को संबोधित करेंगे। कोरोना काल के बाद पहला अवसर है जब सरसंघचालक जम्मू आ रहे हैं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 07:55 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 07:55 PM (IST)
Jammu Kashmir : 30 से जम्मू-कश्मीर के प्रवास पर रहेंगे सरसंघचालक डा. मोहन भागवत
कोरोना काल के बाद यह पहला अवसर है, जब सरसंघचालक जम्मू आ रहे हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत चार दिन के प्रवास पर 30 सितंबर से 3 अक्तूबर तक जम्मू में रहेंगे। संघ की शाखाओं के कार्य व विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा, कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण, समाज के विभिन्न गणमान्य व प्रबुद्धजनों से संवाद व संपर्क योजना को लेकर देश के सभी प्रांतों में सरसंघचालक व सरकार्यवाह का प्रवास प्रत्येक वर्ष होता है। उसी क्रम में इस वर्ष जम्मू कश्मीर प्रांत में सरसंघचालक का प्रवास तय हुआ है। कोरोना काल के बाद यह पहला अवसर है, जब सरसंघचालक जम्मू आ रहे हैं। इससे पूर्व वर्ष 2016 में उनका जम्मू में आगमन हुआ था।

30 सितंबर को सरसंघचालक का जम्मू में आगमन होगा। 1 अक्तूबर से उनकी विभिन्न बैठकों का क्रम प्रारंभ होगा। दो अक्तूबर को सरसंघचालक जम्मू विश्वविद्यालय के जोरावर सिंह सभागार में प्रबुद्धजनों की विचार गोष्ठी को संबोधित करेंगे। 3 अक्तूबर को सरसंघचालक जम्मू कश्मीर में मंडल व वस्ती अनुसार एकत्रीकरण के अवसर पर संघ के स्वयंसेवकों का आनलाइन माध्यम से मार्गदर्शन करेंगे। डा. मोहन भागवत अपने जम्मू प्रवास में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ जम्मू कश्मीर प्रांत टोली, जागरण श्रेणी, संगठन श्रेणी, अनुसार प्रांतीय कार्यकर्ताओं की बैठक, प्रांत के सभी प्रचारकों की बैठक व चयनित गणमान्य व्यक्तियों से संवाद करेंगे।

इस प्रवास पर शाखाओं की स्थिति, कोरोना की दूसरी लहर में प्रभावित समाज जनों को स्वयंसेवकों द्वारा आवश्यक संबल प्रदान कार्यों की जानकारी, संभावित स्थिति पर कार्यकर्ता प्रशिक्षण और शाखाओं के विस्तार व शाखा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण योजना की समीक्षा की जाएगी। स्वयंसेवकों द्वारा चलाए जा रहे पर्यावरण व जल संरक्षण, वृक्षारोपण सहित ग्राम विकास, कुटुंब प्रबोधन, गौ-संवर्धन आदि कार्यों पर भी चर्चा होगी। इस दौरान सरसंघचालक डा. मोहन भागवत कुछ व्योबृद्ध स्वयंसेवकों, प्रजा परिषद के कार्यकर्ताओं से मिलने उनका कुशलक्षेम लेने उनके निवास स्थान पर भी जाएंगे।

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