Jammu : लखनऊ में माडलिंग प्रतियोगिता में चमका जम्मू का जगजीत, दूसरा स्थान हासिल किया
जगजीत ने बताया कि पिता निर्मल सिंह और माता राजेन्द्र कौर ने उन्हें अलग कुछ करने के लिए प्रेरित किया। माडलिंग में रुचि के चलते वह राष्ट्रीय स्तर पर मिस्टर इंडिया में पहले रनरअप और कई अवार्ड जीत चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माड¨लग करने का लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : कोविड-19 महामारी में भी जम्मू के युवाओं ने अपने प्रदेश का हर स्तर पर नाम रोशन किया है। जम्मू के युवक जगजीत सिंह ने लखनऊ में आयोजित माडलिंग प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। जगजीत सिंह ने बताया कि उसे माडलिंग में रुचि है। स्कूल और कालेज स्तर पर नाटक का मंचन किया। निर्देशक मुश्ताक काक से अभिनय के गुर सीखे। लखनऊ में आयोजित सुपर माडल इंटरनेशनल-2021 प्रतियोगिता में उसने दूसरा स्थान हासिल किया।
जगजीत ने बताया कि 1947 के भारत-पाक विभाजन, कश्मीर, भारत-पाक रिश्तों पर बनी 5 फीचर फिल्म और 25 छोटी मूवी में काम कर चुके हैं। अपने स्कूल के दिनों को याद करते जगजीत ने कहा कि एक शिक्षक के शब्दों ने उनका जीवन बदल दिया, जब कहा गया कि ड्राइवर का बेटा ड्राइवर ही बनेगा। पिता निर्मल सिंह और माता राजेन्द्र कौर ने उन्हें अलग कुछ करने के लिए प्रेरित किया। माडलिंग में रुचि के चलते वह राष्ट्रीय स्तर पर मिस्टर इंडिया में पहले रनरअप और कई अवार्ड जीत चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माड¨लग करने का लक्ष्य है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से कहा कि मेहनत, लगन से किसी भी क्षेत्र में मुकाम हासिल किया जा सकता है।
दानिश एसटी वर्ग में देश में 20वें स्थान पर : जेईई एडवांस परीक्षा सफलतापूर्वक पास करने वालों में जम्मू के ब¨ठडी निवासी दानिश भी शामिल हैं। दानिश ने इस परीक्षा में एसटी वर्ग में देश भर में बीसवां स्थान हासिल किया है, जबकि जम्मू कश्मीर में वह इस वर्ग के टापर हैं। दानिश के पिता महमूद अहमद जम्मू कश्मीर पुलिस में एसएसपी हैं, जो इस समय कश्मीर में तैनात हैं। दानिश ने बारहवीं कक्षा एमवी इंटरनेशनल स्कूल विजयपुर से पास की थी। उन्होंने विद्यामंदिर क्लासेस से जेईई की कोचिंग ली थी। दानिश ने बताया कि कोरोना के कारण वह अपनी क्लासेस केंद्र में जाकर नहीं ले सके, लेकिन आनलाइन उन्होंने अच्छी पढ़ाई की थी। शिक्षक उन्हें लगातार प्रोत्साहित करते रहे। उनकी शंका का समाधान भी होता रहा।
दानिश का कहना है कि उनका सपना है कि आइआइटी दिल्ली में कंप्यूटर साइंस में दाखिला मिले। वहां पढ़ाई करने के बाद वह विदेश में किसी अच्छे संस्थान से एमटेक करना चाहेंगे। पिता की तरह पुलिस अधिकारी बनने के सवाल पर दानिश का कहना है कि उन्होंने कभी ऐसा सोचा नहीं है। वह फिलहाल अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। मुझे बचपन से ही कंप्यूटर साइंस के प्रति रुचि रही है। मैं इसी क्षेत्र में आगे जाना चाहता हूं। दानिश की इस उपलब्धि पर परिवार में भी खुशी का माहौल है। दानिश के पिता ने भी बेटे की उपलब्धि का श्रेय उसकी मेहनत को दिया है।