Cloudburst In Kargil: कारगिल में बदल फटने से मिनी पनबिजली परियोजना क्षतिग्रस्त, लद्दाख में भी अलर्ट जारी
बचाव कार्य में सरकारी मशीनरी-कर्मचारी स्थानीय लोग मदद कर रहे हैं। बादल फटने के कारण संगरा व खंगराल में बाढ़ आ गई है। स्थानीय सूत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खंगराल में बादल फटने से कुछ घरों को भी आंशिक नुकसान हुआ है।
लेह, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल जिले में भी आज तड़के दो जगह बादल फटा है। बादले फटने के बाद नालों में आए उफान के कारण लघु जल विद्युत परियोजना और कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इस घटना में किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। बचाव व राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। हालांकि बादल फटने के कारण हाईवे पर मलवा बिछ जाने की वजह से कारगिल-जंस्कार हाईवे बंद हो गया है। वहीं लद्दाख प्रशासन ने बारिश जारी रहने तक प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहला बादल कारगिल से लगभग 60 किलोमीटर दूर कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खंगराल गांव में फटा। इसके कुछ ही समय बाद कारगिल के ही सांकू डिवीजन से करीब चालीस किलोमीटर दूर जंस्कार हाईवे के पास स्थित सांगरा गांव में फटा।
लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचडीसी) कारगिल के सीईसी व उपचेयरमैन फिरोज खान ने बताया कि सांकू डिवीजन में बादल फटने के बाद नालों में अचानक से उफान आ गया और इस दौरान संगरा में स्थित लघु पनबिजली परियोजना को पानी के तेज बहाव के कारण नुकसान हुआ। यही नहीं कारगिल-जंस्कर मार्ग भी जगह-जगह मलवा आ गया है। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर फिलहाल हाईवे को बंद कर दिया गया है।
बचाव कार्य में सरकारी मशीनरी, कर्मचारी व स्थानीय लोग मदद कर रहे हैं। बादल फटने के कारण संगरा व खंगराल में बाढ़ आ गई है। स्थानीय सूत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खंगराल में बादल फटने से कुछ घरों को भी आंशिक नुकसान हुआ है। हालांकि हाईवे पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से जारी है।
सीईसी एलएएचडीसी कारगिल ने कहा कि दोनों गांवों में बिजली आपूर्ति प्रभावित नहीं हुई है।सभी लोग भी सुरक्षित हैं। हालांकि खंगराल और संगरा में बादल फटने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। जब बादल फटा और लोगों के घरों व गांवों में पानी भरने लगा लोग अपनी जान बचाने के लिए ऊंचाई की ओर दौड़ पड़े थे। जलस्तर कम होने के बाद वे वापस लौट आए।
इस समय सिविल और पुलिस प्रशासन के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारी कल प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे।