Militancy In Jammu Kashmir: एनआईए अरमान और हिदायतुल्ला को आमने-सामने बिठा कर करेगी पूछताछ
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के कारण हथियारबंद आंतकियों की घुसपैठ में कमी आने के कारण बहारी राज्यों से हथियारों की सप्लाई की बात को स्वीकार किया था। अरमान को एनआइए टीम जम्मू की अदालत में पेश करने के बाद उसका मेडिकल होगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू कश्मीर में सरहद पर सख्ती बढऩे के बाद आतंकवाद पर शिकंजा कस लिया गया है। हथियारों की तस्करी बंद हो गई है। बीते छह फरवरी में पुलिस ने कुजंवानी से आतंकवादी हिदायतुल्ला मलिक को छह पिस्तौल, 1 ग्रेनेड और 28 राउंड और तीन मैगजीन के साथ गिरफ्तार कर बिहार से हथियारों की तस्करी का पर्दाफाश किया था।
हिदायतुल्ला मलिक से मिले सुराग के आधार पर बिहार की एटीएस पुलिस ने एनआइए टीम के साथ बिहार के सारण के देवबहुआरा पट्टी गांव से वीरवार को छापा मार अरमान को गिरफ्तार किया। अरमान जम्मू कश्मीर में आंतकी संगठनों को हथियार चोरी छिपे पहुंचाता रहा है। पूछताछ में आतंकी ने बताया था कि बिहार से आतंकी संगठन हथियारों की खेप मंगवाते हैं।
पुलिस का कहना है कि उसके दो साथी जावेद और मुश्ताक को गिरफ्तार किया है। दोनों भाई जम्मू में न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। सूत्रों का कहना है कि जावेद की गिरफ्तारी से बड़े राज खुलने की संभावना है जिससे जम्मू कश्मीर के आतंकियों का बिहार के अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से मिलीभगत का पर्दाफाश होगा।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के कारण हथियारबंद आंतकियों की घुसपैठ में कमी आने के कारण बहारी राज्यों से हथियारों की सप्लाई की बात को स्वीकार किया था। अरमान को एनआइए टीम जम्मू की अदालत में पेश करने के बाद उसका मेडिकल होगा। जम्मू के कुंजवानी में पकड़े गए आंतकी हिदायतुल्ला और अरमान को आमने सामने बिठा कर पुलिस पूछताछ करेगी।