Gharana Wetland : घराना में दिखने लगी प्रवासी पक्षियों की रौनक, और पक्षियों के आने का इंतजार
Gharana Wetland अब यह बतखें घराना में नजर आ रही हैं और अपनी रंगत से लाेगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही हैं। इसके अलावा घराना में 8-10 कूट प्रजाति के पक्षी चहलकदमी कर रहे हैं जबकि 40 के करीब जलकांव यहां पर दिख रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू के आरएस पुरा सीमांत क्षेत्र में पड़ते घराना वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों की हल्की रौनक नजर आने लगी है। कामन टील प्रजाति के तकरीबन 50 पक्षी यहां पर विचरण कर रहे हैं। वहीं नार्दन शावलर भी अपनी उपस्थित दर्ज करवा चुके हैं। साइज में कुछ बड़े यह पक्षी तकरीबन 10 की संख्या में यहां नजर आ रह हैं।
इस बार बड़ी बात यह रही कि इंडियन स्पाट बल डक भी यहां पर डेरा डाल रही है। 20 से 25 पक्षियों का यह ग्रुप अधिकांश समय घराना के तालाब में गुजार रहा है। हालांकि यह पक्षी तकरीबन चार साल पहले घराना में नजर नही आते थे। लेकिन आसपास के नदी नालों में गर्मियों, सर्दियों में इसकी उपस्थिति नजर आने लगी है। अब यह बतखें घराना में नजर आ रही हैं और अपनी रंगत से लाेगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही हैं। इसके अलावा घराना में 8-10 कूट प्रजाति के पक्षी चहलकदमी कर रहे हैं जबकि 40 के करीब जलकांव यहां पर दिख रहे हैं।
वन्यजीव संरक्षण विभाग ने इस बार तालाब परिसर में मछलियों का बीज भी डाला था। इससे तालाब में जलकांव व इंडियन पोंड हेरॉन जैसे मांसाहारी पक्षी भी बड़ी संख्या में नजर आ रहे हैं। इंडियन पोंड हेरॉन इतनी संख्या में हैं कि सब हैरान हो रहे हैं। घराना में पक्षियों की संख्या पर द हिमालयन एवियन की टीम लगातार नजर रख रही है।
हालांकि बारिश नही के कारण तालाब का पानी अपेक्षाकृत कम है। लेकिन वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि अब बासमती धान की फसल को नहर का पानी नही चाहिए। ऐसे में यह पानी वेटलैंड के तालाब तक पहुंचने लगेगा जिससे तालाब के पानी का स्तर और बढ़ जाएगा। बहरहाल लोगों को दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई पर उड़ने के लिए माने जाने वाले सिरपट्टी सवन के घराना में पहुंचने का इंतजार है।