Gharana Wetland Jammu : प्रवासी बतखों ने दी घराना वेटलैंड पर पहली दस्तक, बारिश होने से तालाब में पानी का स्तर ठीक
घराना में घूमने आई मोनिका ने बताया कि अच्छा वातारण यहां दिख रहा है। पहली बार वेटलैंड परिसर में जड़ी की साफ सफाई समय पर हुई है। वहीं उन्होंने सरकार से कहा कि घराना वेटलैंड के संरक्षण का क्रम तेज होना चाहिए।
जम्मू, जागरण संवाददाता: आरएस पुरा सीमांत क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध घराना वेटलैंड पर प्रवासी बतखों ने अपनी दस्तक दे दी है। कामन टील व कूट प्रजाति के कुछ पक्षियों ने यहां पर डेरा डाल लिया है। हालांकि इनकी संख्या अभी नगण्य सी है। लेकिन यह शुरूआत है और दिन प्रतिदिन इन पक्षियों की संख्या बढ़ती जाएगी। बताखें में कामन टील बतखें सबसे पहले यहां पहुंची हैं और अपना डेरा जमाती हैं।
इस बार वेटलैंड में खास बात यह है कि यहां पनपी अतिरिक्त जड़ी निकालने का काम तकरीबन पूरा कर लिया जा चुका है। ऐसे में वैटलैंड निखरा निखरा सा नजर आ रहा है। इस बार उम्मीद है कि अधिक से अधिक प्रवासी पक्षी वेटलैंड की ओर आकर्षित होंगे।
हेरान, स्ट्रोक, इग्रेट पक्षियों को लुभाने के लिए इस बार तालाब में मछलियों का बीज भी डलवाया गया है जोकि अब तैयार होने लगी है। इससे प्रवासी पक्षियों के लिए आहार जुट सकेगा। पिछले दिनों बारिश होने से तालाब में पानी का स्तर ठीक है। वहीं आसपास के वातावरण में अच्छी हरियाली जुटी हुई है। ऐसे में बने उचित वातावरण में प्रवासी पक्षियों को विचरण के लिए बेहतर माहौल प्राप्त होगा।
घराना में घूमने आई मोनिका ने बताया कि अच्छा वातारण यहां दिख रहा है। पहली बार वेटलैंड परिसर में जड़ी की साफ सफाई समय पर हुई है। वहीं उन्होंने सरकार से कहा कि घराना वेटलैंड के संरक्षण का क्रम तेज होना चाहिए। क्योंकि यह बहुत ही नायाब जगह है, जहां प्रवासी परिंदे दूर-दूर से पहुंचते हैं और यहां पर कुछ माह गुजारतें हैं।
वहीं राकेश सिंह ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि प्रवासी पक्षियों ने जम्मू की धरती को अपना ठहराव स्थल बनाया है। सीमांत क्षेत्र में अनेकों स्थान ऐसे हैं जहां पर पानी पर्याप्त रहता है, लेकिन प्रवासी पक्षी वहां नही बैठते। यह पक्षी घराना वेटलैंड को ही अपनी विश्राम स्थली बनाते हैं। इस जगह को सुरक्षित किया जाना चाहिए।